अध्यात्म और संस्कृति की नगरी में दिखेगा बदलाव, एयरपोर्ट पर उतरते ही संस्कृत में सुनाई देगा अनाउंसमेंट
एयरपोर्ट पर अनोखी पहल यात्रियों को काशी की संस्कृति का एक एहसास दिलाएगी। यह देश का पहला हवाई अड्डा होगा जहां पर संस्कृत में अनाउंसमेंट किया जा रहा है।
धर्म अध्यात्म और संस्कृति की नगरी काशी में जैसे ही आप लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरेंगे तो अब आपको संस्कृत में अनाउंसमेंट होता सुनाई देगा। अनाउंसमेंट महादेव की नगरी काशी में आपके स्वागत के लिए चलाया जा रहा है। एयरपोर्ट की अनोखी पहल से यात्रियों को काशी के संस्कृति का एक एहसास होगा। देश का पहला हवाई अड्डा होगा जहां पर संस्कृत में अनाउंसमेंट किया जा रहा है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृति डिपार्टमेंट की इस पहल के बाद ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यह कदम उठाया है देश के सबसे पुराने शहर कहे जाने वाले काशी आने वाले पर्यटकों को संस्कृत का अनाउंसमेंट बहुत ही अच्छा लग रहा है। एयरपोर्ट निर्देशक आर्यामा सान्याल ने बताया कि वाराणसी संस्कृत की राजधानी माना जाता है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत के प्राध्यापक डॉ. राम नारायण द्विवेदी ने मुझसे अनुरोध किया था कि रोजमर्रा के जीवन में हम एयरपोर्ट के अंदर संस्कृत का प्रयोग करें। इसके तहत कोविड-19 प्रोटोकॉल के मैसेज को संस्कृत भाषा में अनाउंसमेंट करने का निर्णय लिया। इससे यात्रियों को यह संदेश मिलेगा कि वे एक ऐसे शहर में आए हैं, जो संस्कृत भाषा के लिए जाना जाता है।