Exclusive: मथुरा के शिक्षा विभाग में चल रहा बड़ा खेल, 4 सालों में एक भी फर्जी शिक्षक नहीं खोज पाई जांच समिति

मथुरा का बीएसए कार्यालय हमेशा सुर्खियों में रहता है। मेडिकल लेकर छुट्टी पर गए बीएसए ने एक बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे में बीएसए ने बताया कि शासन के आदेश अनुसार जो समिति गठित हुई थी उस समिति ने उप समिति का गठन कर दिया और आज तक मथुरा में कमेटी एक भी फर्जी शिक्षक को नहीं पकड़ पाई। 

/ Updated: Jun 27 2022, 01:05 PM IST
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मथुरा: फर्जी शिक्षक भर्ती मामले में आए दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि मथुरा का बीएसए कार्यालय हमेशा सुर्खियों में रहता है। मेडिकल लेकर छुट्टी पर गए बीएसए ने एक बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे में बीएसए ने बताया कि शासन के आदेश अनुसार जो समिति गठित हुई थी उस समिति ने उप समिति का गठन कर दिया और आज तक मथुरा में कमेटी एक भी फर्जी शिक्षक को नहीं पकड़ पाई। 

फर्जी शिक्षकों की भर्ती के लिए प्रदेश भर में बदनाम हो चुके मथुरा में इस समिति को अभी तक एक फर्जी शिक्षक तक नहीं मिल सका है। मथुरा व कई अन्य जनपदों में शिक्षक भर्ती घोटाले के खुलासे के बाद जुलाई 2018 में प्रदेशभर में जांच समितियां बनाई गईं थी, जिन्हें वर्ष 2010 के बाद वाली शिक्षक भर्तियों की जांच करनी थी। मथुरा में इस समिति में एडीएम प्रशासन, एसपी क्राइम व बीएसए  शामिल थे। जब उपरोक्त समिति नहीं कोई कार्य नहीं कर सकी तो उसके स्थान पर उपसमिति बनाने की तैयारी कर ली गई। जिसे उस समिति ने जांच की कमान सौंप दी जिसने खुद कोई जांच नहीं की। इस विषय में फिलहाल मेडिकल लीव पर जा चुके बीएसए राजेश कुमार ने बताया था कि उपसमिति के गठन के लिए जिलाधिकारी से अनुमोदन लिया जा रहा है। वहीं जब उनसे पूछा गया कि समिति द्वारा अब तक कितने फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, तो उन्होंने हिचकते हुए बताया कि उनके कार्यकाल में अभी तक समिति द्वारा कुछ नहीं किया गया है। 

वहीं कुछ दिन पूर्व एसटीएफ के द्वारा है फर्जी शिक्षकों के खिलाफ जांच के बाद कार्यवाही करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के बीएसए को पत्र लिखकर कार्रवाई के आदेश दिए थे। उक्त 6 शिक्षकों की जांच अभी चल रही है। बता दें कि कुछ दिन पूर्व एसटीएफ के आईजी के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद यह खुलासा किया गया था कि मथुरा के बीएसए कार्यालय से अति गोपनीय दस्तावेज लीक हो रहे हैं, जिसके चलते हुए फर्जी शिक्षक कोर्ट से स्टे ले कर आ रहे हैं।