निर्दलीय प्रत्याशी से MLC चुनाव हारते ही BJP प्रत्याशी ने कही बड़ी बात, भाजपा नेताओं पर लगाया आरोप
आजमगढ़ में निर्दल उम्मीदवार एमएससी विक्रांत सिंह रिशु ने भाजपा प्रत्याशी को दी करारी हार दी है। उन्होंने 2813 मतों से भाजपा प्रत्याशी अरुण कांत यादव को दी करारी शिकस्त दी है। निर्दल प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशु को मिले कुल 4075 मत मिले।
आजमगढ़-मऊ क्षेत्र के एमएलसी चुनाव में इस बार भारी उठापटक देखने को मिला था। भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव को 2814 मतों से आखिरकार विक्रांत सिंह रिशू ने करारी शिकस्त दी। समाजवादी पार्टी प्रत्याशी राकेश कुमार यादव गुड्डू की जमानत तक जप्त हो गई। इस प्रकार गढ़ में सपा का तिलिस्म टूट गया। जबकि विधानसभा चुनाव में दसों सीटों की जीत एमएलसी चुनाव में धूमिल हो गई। वहीं भाजपा से बगावत के बाद भी निर्दल उम्मीदवार के तौर पर रिशू ने जीत हासिल कर ली।
आजमगढ़ में निर्दल उम्मीदवार एमएससी विक्रांत सिंह रिशु ने भाजपा प्रत्याशी को दी करारी हार दी है। उन्होंने 2813 मतों से भाजपा प्रत्याशी अरुण कांत यादव को दी करारी शिकस्त दी है। निर्दल प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशु को मिले कुल 4075 मत मिले। जबकि भाजपा प्रत्याशी अरुण कांत यादव को 1262 मत मिले। सपा प्रत्याशी राकेश यादव की जमानत जब्त हो गई है। राकेश यादव को कुल 356 वोट मिले हैं। विक्रांत भाजपा से निष्कासित एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र हैं।
जीत से गदगद विक्रांत सिंह रिशू ने कहा कि चुनाव में आजमगढ़ और मऊ दोनों जिलों के जनप्रतिनिधियों का प्यार और आशीर्वाद मिला है। जबकि, भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व की चुनाव में सहयोग की सराहना की लेकिन स्थानीय नेताओं पर असहयोग का आरोप लगाया। आरोप लगाया, बड़े पैमाने पर वोटों की खरीद-फरोख्त हुई है। परिणाम आने से पहले मतगणना स्थल से बाहर आने पर मीडिया से कहा था कि जीतेंगे तो कमजोर वर्ग की सेवा करेंगे और हारेंगे तो राजनीति से दूर हो जाऊंगा।