काशी में पकड़े गए ऊंटों को राजस्थान भेजने के लिए राजी हुआ कोर्ट, आदेश पत्र पढ़कर 'कन्फ्यूज' हुई यूपी पुलिस

ऊंट के पकड़े जाने के बाद इनके खान-पान की जिम्मेदारी पुलिस ने उठाई, लेकिन एक संस्था ने अदालत में केस किया और इन्हें राजस्थान भेजने की अर्जी दी। कोर्ट में सुनवाई हुआ और अब कोर्ट ने इन ऊँटो को तत्काल राजस्थान भेजने का आदेश दिया है। 
 

/ Updated: Jul 11 2022, 03:04 PM IST

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वाराणसी अदालत में चल रहे ऊंट के केस पर एक फैसले ने थाने के दरोगा जी को पूरी तरह कंफ्यूक कर दिया है। दरअसल पिछले महीने वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत पुलिस ने ऊंट तस्करी करने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया। उनके पास से 16 ऊंट बरामद हुए। ऊंट के पकड़े जाने के बाद इनके खान-पान की जिम्मेदारी पुलिस ने उठाई, लेकिन एक संस्था ने अदालत में केस किया और इन्हें राजस्थान भेजने की अर्जी दी। कोर्ट में सुनवाई हुआ और अब कोर्ट ने इन ऊँटो को तत्काल राजस्थान भेजने का आदेश दिया है। खास बात ये है कि इस आदेश नें एक ऐसा बिंदु है जिससे दरोगा साहब कंफ्यूज हैं। क्या है ये कन्फ्यूजन देखिये इस रिपोर्ट में- 

दरअसल गौ ज्ञान फाउंडेशन ने अदालत में केस किया कि ऊँटो की असली जगह राजस्थान हैं, जहाँ उनका जीवन खतरें में नही रहेगा। अदालत ने उनकी अर्जी पर फैसला दिया और ऊंटों को सही सलामत राजस्थान के सिरोही स्थित पीपुल फ़ॉर एनिमल आश्रय स्थल पहुचाने की व्यस्था कराने के लिए वाराणसी के जिलाधिकारी को आदेश दिया। इस आदेश ने कोर्ट ने एक ऐसा बिंदु रख दिया है जिसमें कहा गया है कि ऊंटों का पंचनामा किया जाए । जैसे उनका कलर , उनकी ऊंचाई ,मुंह पतला, दांत पीले, वगैरह वगैरह। अब पुलिस को ये नही समझ आ रहा है कि ऊंटों का रंग और हुलिया का पंचनामा कैसे किया जाए ।हालांकि इस केस को लड़ने वाले वकील सौरभ श्रीवास्तव का कहना है कि भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन उनके पहचान के लिए ये करना पड़ेगा ।