महंगाई ने बुझाई उज्जवला योजना में मिले सिलेंडर की लौ, धुएं के बीच चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं महिलाएं
गोरखपुर जिले के ग्राम रामपुर क्षेत्र में कुछ लोगों ने उज्जवला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर का उपयोग बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि गैस सिलेंडर इतना महंगा होने के बाद हम उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। जहां पहले गैस सिलेंडर 800 के आसपास आ जाता था। अब वहीं सिलेंडर हजार रुपए के पार जा चुका है।
गोरखपुर: यूपी में सीएम सिटी कहे जाने वाले गोरखपुर जिले के ग्राम रामपुर क्षेत्र में कुछ लोगों ने उज्जवला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर का उपयोग बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि गैस सिलेंडर इतना महंगा होने के बाद हम उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। जहां पहले गैस सिलेंडर 800 के आसपास आ जाता था। अब वहीं सिलेंडर हजार रुपए के पार जा चुका है। एक घर में 10 लोग रहने वाले हैं। 2 कमाने वाले ऐसे में इतनी महंगी सिलेंडर का उपयोग कर पाना हमारे लिए बेहद मुश्किल है। अब ऐसे में फिर से हमें हमारे हालात लकड़ी और चूल्हो पर हमें खाना बनाने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्र रामपुर में कुछ ऐसे भी परिवार हैं। जिन्होंने गैस सिलेंडर पर खाना बनाना बंद कर दिया है। क्योंकि दिन पर दिन गैस के दाम बढ़ते जा रहे हैं। और ऐसे वह लोग सिलेंडर का उपयोग बंद कर रहे हैं। वहीं जब एशियानेट न्यूज़ की टीम इन ग्रामीणों के पास पहुंची तो। उन्होंने बताया की हमारे घर में 10 लोग हैं। दो लोग कमाने वाले और कमाई भी कोई नौकरी कि नहीं है ये लोग मजदूरी करते हैं। ऐसे में कितना पैसा मिलेगा और कितने में हम इतनी महंगी सिलेंडर का दाम दे पाएंगे। तो अब ऐसे में इतनी महंगी सिलेंडर का उपयोग कर पाना हमारे लिए बहुत मुश्किल है। हमने फिर से लकड़ी और चूल्हो का उपयोग करना शुरू कर दिया है। क्योंकि वही हमारे लिए बेहतर विकल्प है। ग्रामीणों का कहना है। कि जब यह सिलेंडर हर किसी को दिया जा रहा था। तो इसके दाम इतने नहीं थे। यही सोचकर हम लोगों ने इसका उपयोग शुरू किया। लेकिन अब ऐसे में सिलेंडर के दाम बढ़ने से हम लोग भी सिलेंडर पर खाना ना बनाने के लिए मजबूर हो गए हैं। अगर ऐसे ही दाम बढ़ता रहा तो हम लोग पूरी तरीके से लकड़ी के ऊपर खाना बनाने के लिए बाध्य होंगे।