गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा लखनऊ का आलमबाग इलाका, घर में घुसकर रेलवे ठेकेदार की गोली मारकर हुई हत्या
शनिवार को कैंट इलाके में बदमाशों ने दिनदहाड़े एक रेलवे ठेकेदार के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। शहर के कैंट इलाके में दिनदहाड़े इस वारदात से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसा बताया जा रहा है कि मृतक ठेकेदार दिव्यांग था। जानकारी के अनुसार बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के मूल निवासी वीरेन्द्र पिछले करीब 10-12 सालों से यहां रेलवे ठेकेदार के तौर पर कार्यरत थे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) लगातार प्रदेश को अपराधमुक्त बनाने का दावा कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर यूपी में हो रही बड़ी बड़ी वारदातों का आंकड़ा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। लिहाजा, प्रदेश में पूरी तरह से अपराधियों पर नियंत्रण करने का दावा करने वाली यूपी पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल खड़े होना शुरू हो गए हैं। इसका जीता जागता प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को देखने को मिला, जहां लखनऊ के आलमबाग इलाके में रहने वाले रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद से एक बार फिर राजधानी लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े होना शुरू हो गए हैं।
शनिवार को कैंट इलाके में बदमाशों ने दिनदहाड़े एक रेलवे ठेकेदार के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। शहर के कैंट इलाके में दिनदहाड़े इस वारदात से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसा बताया जा रहा है कि मृतक ठेकेदार दिव्यांग था। जानकारी के अनुसार बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के मूल निवासी वीरेन्द्र पिछले करीब 10-12 सालों से यहां रेलवे ठेकेदार के तौर पर कार्यरत थे। शनिवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे तीन हथियारबंद बदमाशों ने उनके कमरे को खुलवाया और ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी। उससे पहले पत्नी और बच्चे को एक कमरे में बंद कर दिया था। गोलियां लगने के बाद ठेकेदार की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक ठेकेदार के प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है क्योंकि घटना के बाद से तीनों गार्ड फरार हैं। बता दें कि मृतक ठेकेदार ने दो विवाह किए थे। वहीं दूसरी ओर मृतक की दूसरी पत्नी ने पहली पत्नी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहली पत्नी ने ही वीरेंद्र को मारवाया है। शादी के बाद भाग गई थी और रोज- रोज कॉल करके झगड़ा करती थी और बोलती थी कि मरवा देंगे। कमीश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि दोपहर करीब साढ़े 12 बजे बदमाशों ने दरवाजा खुलवाकर दूसरी पत्नी और तीन बच्चों को दूसरे कमरे में बंद करके गोली मारी और चले गए। उन्होंने आगे कहा कि ठेकेदार ने प्राइवेट सुरक्षा के लिए तीन गार्ड रखे थे, गेट उन्होंने ही खोला था। वारदात के बाद से गार्ड फरार है। आगे कहते है कि इनके ऊपर साल 2019 में रेलवे स्टेशन पर हमला हुआ था। साल 2021 में उन्होंने दूसरी शादी की और तीनों बच्चे पहली पत्नी से ही है। पारिवारिक विवाद के एंगल विवाद को देखकर भी पुलिस जांच कर रही है।