अयोध्या की घनी बस्ती में बसा है माता जानकी का 'मायका', जहां सखिंयों संग झूलती थीं झूला

वीडियो डेस्क। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनेगा जिसका भूमि पूजन खुद देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र ने किया है अयोध्या में कई ऐसे स्थान है जिनका उल्लेख त्रेतायुग का वर्णन करने वाले ग्रंथों व शास्त्रों में मिलता है। उसी में से एक स्थान है मणिपर्वत। मणिपर्वत अयोध्या की पंचकोसीय परिधि के भीतर एक ऐसा स्थान है जहां से पूरी राम की नगरी का शानदार नजारा दिखाई देता है। 

/ Updated: Aug 05 2020, 02:16 PM IST

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वीडियो डेस्क। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनेगा जिसका भूमि पूजन खुद देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र ने किया है अयोध्या में कई ऐसे स्थान है जिनका उल्लेख त्रेतायुग का वर्णन करने वाले ग्रंथों व शास्त्रों में मिलता है। उसी में से एक स्थान है मणिपर्वत। मणिपर्वत अयोध्या की पंचकोसीय परिधि के भीतर एक ऐसा स्थान है जहां से पूरी राम की नगरी का शानदार नजारा दिखाई देता है। एशिया नेट हिंदी ने मणि पर्वत के बारे में वहां के पुजारी रामदास जी से बात की। ये वो जगह है जहां माता सीता अपने सखियों संग झूला झूलने आती थीं। कहा जाता है माता सीता का मायका अयोध्या से बहुत दूर था जिस वजह से राजा जनक ने राजा दशरथ ने मणिपर्वत खरीदा ताकि सीता जी वहां जाकर झूला झूल सकें।