पति ने की दूसरी शादी फिर बेटे के लिए छोड़ा था इंडियन आइडल, अब हर-हर शंभू गाकर हिट हुई फरमानी ने बताया अपना सफर

मुजफ्फरनगर की फरमानी हर-हर शंभू गाने के बाद चर्चाओं में आ गई है। हालांकि तमाम मौलाना के द्वारा उनका विरोध भी किया जा रहा है। फरमानी का कहना है कि वह किसी भी विरोध से डरने वाली नहीं है। 

/ Updated: Aug 01 2022, 06:14 PM IST

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यूट्यूब चैनल की गायिका फरमानी नाज को विवादों ने उस समय घेर लिया जब उन्होंने इस बार के कांवड़ मेले में हर हर शंभू का एक गाना रिकॉर्ड कर उसे यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिया था। इस गाने की एक ओर लोग जमकर सराहना कर रहे हैं तो वही देवबंद के कुछ मौलाना इसकी मुखालफत करते भी नजर आ रहे हैं। वही हिंदू संगठन भी फरमानी नाज के समर्थन में खुलकर इस फतवे के खिलाफ खड़े होते दिखाई दे रहे हैं।

दरअसल मुजफ्फरनगर जनपद के रतनपुरी थाना क्षेत्र स्थित मोहम्मदपुर माफी गांव की रहने वाली फरमानी नाज की शादी 25 मार्च 2017 को मेरठ के छोटा हसनपुर गांव निवासी इमरान से हुई थी लेकिन शादी के 1 साल बाद बेटा होने के बाद से ही फरमानी को उसके ससुराल वालो ने परेशान करना शुरू कर दिया था बताया जाता है कि फ़रमानी के बेटे के गले में कोई बीमारी थी। जिसके चलते फरमानी के ससुराल वाले फरमानी को परेशान कर उस पर अपने मायके से पैसे लाने का दबाव बनाते थे। जिससे परेशान आकर फरमानी अपने बेटे के साथ अपने मायके मोहम्मदपुर माफी आकर रहने लगी थी। वही फ़रमानी की माँ फ़ातिमा की माने तो गांव के ही एक युवक राहुल उर्फ़ भूरा के पास बाहर से कुछ लोग वीडियो बनाने के लिए आते थे। एक दिन जिन्होंने फरमानी को गाते सुना जो उन्हें बहुत पसंद आया बस फिर क्या था। उन्होंने फरमानी का गाना रिकॉर्ड कर यूट्यूब चैनल पर डाल दिया था।  जिसकी लोगों ने जमकर सराहना की थी।

इस दौरान फ़रमानी इंडियन आइडल में भी गई थी जहाँ से बच्चे की तबियत ख़राब होने के चलते उन्हें वापस आना पड़ा था। जिसके बाद से फरमानी यूट्यूब सिंगर बन कर सामने आई थी। अब फरमानी अपने बच्चे का पालन पोषण गाने गाकर ही करती हैं, लेकिन आपको बता दे की फरमानी उस समय विवादों में फंस गई जब उसने इस बार की कावड़ यात्रा में शिव शंभू का एक गाना रिकॉर्ड कर यूट्यूब चैनल पर डालकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। जिसे जहा जनता ने जमकर सराहा है तो वही देवबंदी मौलवियों द्वारा इसका विरोध भी किया जा रहा है। वही इस प्रकरण में हिंदू संगठन के लोगों ने भी फरमानी नाज के समर्थन में आकर इस फतवे को गलत बताते हुए फरमानी नाज का समर्थन किया।