जिला कारागार में बंद कैदी की धारदार हथियार से हुई हत्या, युवक की मौत के बाद जेल प्रशासन में मचा हड़कंप
यूपी के हरदोई स्थित जिला कारागार में एक कैदी की बेरहमी से गला रेत कर हत्या करने का मामला सामने आया है। जेल में हत्या की वारदात सामने आने के बाद पूरे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही जेल में तैनात पुलिसकर्मी कैदी को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक कैदी की पहचान काईमऊ के सलमान पुत्र नौशाद के रूप में हुई है। दहेज हत्या के मामले में सलमान 2020 से जेल में बंद था।
हरदोई: जिला कारागार में कैदी की गला रेतकर हत्या की वारदात सामने आई है। जिसमें काफी अंदर तक गर्दन कटने से उसकी मौके पर मौत हो गई। पुलिसकर्मी कैदी को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक कैदी की पहचान काईमऊ के सलमान पुत्र नौशाद के रूप में हुई है। दहेज हत्या के मामले में सलमान 2020 से जेल में बंद था।
जेल में बंद कैदी सलमान पर दहेज हत्या का आरोप था। करीब शाम 5 बजे जिला कारागार की एंबुलेंस मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पहुंची, और वहां कैदी को उपचार के लिए दिखाया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। ड्यूटी पर तैनात ईएमओ डॉक्टर विकास चंद्रा ने बताया कि जिस कैदी को लाया गया था, उसकी गर्दन अंदर तक कटी थी, मेजर वेंस सब कट गई थी, जब तक उसे अस्पताल तक लाया गया उसकी मौत हो चुकी थी।
कैदी की गला रेतकर हत्या के मामले में जेल अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा ने बताया कि वह अवकाश पर है। और कैदी के बारे में सूचना मिली है कि शौचालय में उसने खुद का गला रेता है। मामले की ज्यूडिशियल जांच कराई जाएगी। सवाल ये उठता है कि जेल में धारदार हथियार कैदी तक कैसे पहुंचा और उसने अपना गला रेतने में हथियार को इस्तेमाल कर लिया। सवाल ये भी उठता है कि कोई क्यों अपनी गर्दन धारदार हथियार से काटकर मौत को गले लगा लेगा। हालांकि ये जांच का विषय है कि किस तरीके से गला रेतकर कैदी की हत्या की गई है।
दो दिन पूर्व जिला कारागार का उच्चाधिकारियों ने भ्रमण किया था, जिसमें खान -पान आदि की बेहतर सुविधाओं का निर्देश दिया गया था। इस निरीक्षण में जिला जज सुरेंद्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी अविनाश कुमार व पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी शामिल थे। शनिवार को विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अलका पांडेय ने भी जेल का निरीक्षण किया था। उच्चाधिकारियों के भ्रमण के बाद इस घटना के होने से जेल प्रशासन पर सवाल उठ रहा है।