BHU के ट्रामा सेंटर में 'शिशु सदन' की हुई शुरुआत, महिला कर्मचारियों को मिलेगा बड़ा लाभ
अक्सर देखने को मिलता है कि ड्यूटी के दौरान खासकर महिला कर्मचारियों को घर पर छोड़ कर आए अपने छोटे बच्चों की चिंता लगी रहती हैं, जिसका घर पर ख्याल करने वाला उतना कोई होता नहीं है। इसी को देखते हुए सोमवार को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में नवसृजित शिशु सदन का आज से शुरु हो गया है।
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के बीएचयू ट्रामा सेंटर शिशु सदन का उद्घाटन किया गया। जिसका उद्घाटन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रो० वीके शुक्ला ने किया। इस दौरान सर सुंदर लाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक प्रो० केके गुप्ता, ट्रामा सेंटर इंचार्ज प्रो० सौरभ सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। अमूमन देखने को मिलता है कि ड्यूटी के दौरान खासकर महिला कर्मचारियों को घर पर छोड़ कर आए अपने छोटे बच्चों की चिंता लगी रहती हैं, जिसका घर पर ख्याल करने वाला उतना कोई होता नहीं है। इसी को देखते हुए सोमवार को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में नवसृजित शिशु सदन का आज से शुरु हो गया है।
इस संदर्भ में ट्रामा सेंटर के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर यशपाल सिंह ने बताया ट्रामा सेंटर में सबसे बड़ी समस्या थी जो हमारे यहां ट्रामा सेंटर में वर्कर्स ड्यूटी पर आते थे, तो उनके जो छोटे-छोटे बच्चे होते हैं। उनकी केयर करने वाला घर पर कोई होता नहीं है। इसके लिए हमारे यहां एक सुविधा खोली गई है। जब वह अपने ड्यूटी पर आएंगे तू अपने बच्चे को यहां लाएंगे इस शिशु सदन में बच्चों के यहां रखेंगे। जहां इस शिशु सदन में बच्चों की केयर करने के लिए यहां टीचर रहेंगे जो इनकी केयर करेगा जो बच्चों को पढ़ाएंगे और हाउसकीपिंग होंगे जो उनके सारे चीजों को देखभाल करेंगे और जब वर्कर्स अपने ड्यूटी से वापस जाएंगे फिर वह अपने बच्चों को लेकर चले जाएंगे।
उन्होंने कहा किया बेसिकली ट्रामा सेंटर में खोला गया है तो बेसिकली फिलहाल उनके लिए है लेकिन कोई ऐसा डिस्करिक्सन नही है कि ट्रामा सेंटर के ही एम्पलाई नहीं सर सुंदरलाल चिकित्सालय के एम्पलाई भी यहां अपने बच्चों को रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि इससे शिशु सदन में बहुत कुछ सुविधाएं हैं एक टीवी स्क्रीन लगी हुई है जिस पर उनके लिए एक एजुकेशनल वीडियो चलेंगे इसके अलावा टीचर्स होंगे जो उनको गाइड और ट्रेंड करेंगे। खाने पीने के लिए किचन है। और जो फीडिंग कराना चाहता है उनके लिए एक अलग रूम की व्यवस्था भी की गई है। यह सारी सुविधाएं यहां पर हैं।
वही इस शिशु सदन में टीचर पद पर कार्यरत नम्रता देसाई ने बताया कि ट्रामा सेंटर में एक शिशु सदन खोला गया है। यहां पर जो छोटे बच्चे एक साल से लेकर 5 साल तक के बच्चों हम लोग यहां पर बच्चों को पढ़ाएंगे-लिखाएंगे, खेलकूद खाना-पीना और बच्चों को पूरी तरह से ट्रेंड करेंगे। बच्चों के लिए जितना खेलने कूदने पढ़ने-लिखने के लिए जो भी हैं हम लोग यहां पर वह सब चीजें बच्चों को सिखाएंगे। यहां बच्चों के लिए खिलौने भी रखे गए है।