एसटीफ ने पेट्रोल पंप पर मारा छापा, स्टॉक में मिली गड़बड़ी तो कहीं रीडिंग रोककर हो रहा था खेल
यूपी के मेरठ में एसटीएफ की टीम ने कई पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की। इस दौरान कई जगहों पर स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई। मामले को लेकर आपूर्ति विभाग आगे की कार्रवाई करेगा।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में पेट्रोल पंपों पर बड़ी मात्रा में कालाबाजारी जारी है। मेरठ एसटीएफ की टीम ने न्यारा के लगभग 5 पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की कार्रवाई की। जिसमें कई पेट्रोल पंपों पर बड़ी मात्रा में स्टॉक में हेराफेरी पाई गई। पेट्रोल पंपों के ऑन रिकॉर्ड स्टॉक के विपरीत पेट्रोल और डीजल का ज्यादा स्टॉक पाया गया, हालांकि अभी एसटीएफ के द्वारा पैट्रोल पंप ओं की संख्या का खुलासा नहीं किया गया है।
दरअसल मेरठ में बृहस्पतिवार देर शाम एसटीएफ की टीम ने न्यारा के कई पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की, जिसमें उन्होंने पाया कि कई पेट्रोल पंपों पर जो स्टॉक ऑन रिकॉर्ड था उससे कहीं ज्यादा पेट्रोल और डीजल पेट्रोल पंप पर मौजूद था। जिसके बाद एसटीएफ ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जांच की जा रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं की पेट्रोल और डीजल में मिलावट करके वह ज्यादा हो गया हो।
मेरठ एसटीएफ के एडिशनल एसपी बृजेश सिंह ने बताया कि मेरठ प्रशासन लोकल पुलिस और एसटीएफ के द्वारा न्यारा के पेट्रोल पंपों पर छापे मारी की जा रही है, जहां पर इनके कंप्यूटराइज्ड स्टॉक में और ओरिजिनल स्टाफ में बहुत ज्यादा अंतर है। बताया जा रहा है कि मशीन में फिटिंग पाई गई हैं। जिससे मशीनों की रीडिंग रोककर पेट्रोल और डीजल की बिक्री की जा रही थी। जैसे एक पेट्रोल पंप पर स्टॉक में 17000 लीटर डीजल था और हकीकत में वहां पर 31000 लीटर डीजल था और पेट्रोल का स्टॉक 6000 लीटर का दिख रहा है लेकिन मौके पर स्टॉक 8000 लीटर का है।