बाल श्रमिकों की जांच के लिए बागपत पहुंची टीम, व्यापारी पिता-पुत्र ने अधिकारियों से की अभद्रता
यूपी के बागपत में बाल श्रमिकों को मुक्त करवाने गई टीम के साथ व्यापारी पिता-पुत्रों ने अभद्रता की। इसके बाद दोनों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाया गया।
बागपत के बड़ौत नगर में दुकानों पर काम करने वाले नाबालिग बच्चों (बाल श्रमिकों) की जांच को एक दुकान पर पहुंची टीम के साथ व्यापारी पिता-पुत्र उलझ गए। इस बीच सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए अधिकारियों के साथ भी जमकर नोकझोंक की।
आपको बता दे कि बागपत जनपद की नायब तहसीलदार प्रिया गर्ग के नेतृत्व में लेबर विभाग की टीम बड़ौत के बाजार में सोमवार को दुकानों पर काम करने वाले नाबालिग बच्चों की जांच करने पहुंची। टीम ने बड़ौत के बाजार अतिथि भवन, नेहरू मूर्ति, घट्टा बाजार से आठ दुकानों पर काम करने वाले 9 बाल श्रमिको को काम करते हुए पकड़ा। जिसके बाद उन्हें मेडिकल के लिए जिला अस्पताल बागपत में भेजा गया। इस दौरान अतिथि भवन बाजार में एक सर्राफा व्यापारी की दुकान पर काम करने वाले बच्चे को टीम अपने साथ लेकर जाने लगे। जिससे सर्राफा व्यापारी सुधीर व उदित जैन (पिता-पुत्र) ने इसका विरोध किया। हंगामा करते हुए नायब तहसीलदार प्रिया गर्ग व लेबर इंस्पेक्टर की टीम से उलझ गए और बच्चे को ले जाने से मना करने लगे। बच्चे को दुकान की छत पर बने कमरे में भेज दिया। घण्टो तक हंगामा चलता रहा और बाजार में भी टीम के पहुँचने से हड़कम्प मच गया। वही सरकारी कार्य मे पिता- पुत्र द्वारा बाधा उत्तपन्न करने व अभद्रता करने पर टीम ने मौके पर पुलिस को सूचना कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बालक कब्जे में लिया। सभी बच्चों को मेडिकल के लिए भेजा गया।