बच्चों के साथ आमरण अनशन पर बैठा दिव्यांग, कहा- इंसाफ नहीं मिलने तक वापस नहीं जाएंगे घर
उन्नाव में एक दिव्यांग अपने बच्चों के साथ आमरण अनशन पर बैठा है। दिव्यांग का कहना है कि वह न्याय मिलने के बाद ही अपने घर वापस जाएगा। दिव्यांग ने लेखपाल पर पैसे मांगने का आरोप भी लगाया है।
उन्नाव जनपद के कुटहा नौगवां अचलगंज के रहने वाले दिव्यांग गरीब परिवार आवास योजना का लाभ लेने के लिए कई सालों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा था। जिससे परेशान होकर दिव्यांग ने डीएम ऑफिस के बाहर अपने बच्चो के साथ आमरण अनशन शुरू कर दिया। दिव्यांग ने बताया कि लेखपाल ज़मीन देने के नाम पर पांच हज़ार रुपए की मांग करता है। सरकारी दफ्तरो के चक्कर लगा लगा के थक चुके और जब तक अब उन्हें न्याय नहीं मिल जाता वह यहां से नहीं हटेंगे।
पीड़ित दिव्यांग सुशील कुमार ने बताया कि आज हम लोग अनशन पर बैठे है कि मेरे पास घर नही है और प्रधान हमको घर नही दे रहा है। हमने लेखपाल से भी कहा तो लेखपाल हमसे अपने के लिए 5 हज़ार रुपए मांग रहा है। पीड़ित ने बताया कि हमारा गुजारा मंदिर के बाहर पन्नी डालकर होता है और मेरे बच्चे हमे खाना बनाकर खिलाते हैं। उसी के पास छोटी सी गुमटी रख कर अपना खर्चा चलाता था। अब उस गुमटी का भी सहारा नही है।