नूपुर शर्मा के भाजपा से निष्कासित होने के बाद घमासान, उठ रही कार्रवाई की मांग
नूपुर शर्मा के भाजपा से निष्कासित होने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। नूपुर शर्मा के खिलाफ भाजपा के कार्रवाई को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर बना हुआ है। पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। इसके बाद अब मायावती ने भी भाजपा पर निशाना साधा है।
मुरादाबाद: समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एस टी हसन ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित किए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए भारतीय जनता पार्टी का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे पूरी दुनिया के मुसलमानों में नाराजगी थी ये ज़रूर है कि देर आये दुरुस्त आये लेकिन फैसला सही है। भाजपा ने सही कदम उठाया है क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे आका सल्लाहो अलैहि व सल्लम की शान में गुश्ताकी करने से हमारे दिलों में बहुत तकलीफ होती है मैं ही नहीं बल्कि तमाम मुसलमान अपने आका सल्लाहो अलैहे व सल्लम के लिए जान कुर्बान कर सकते हैं। भाजपा के इस कदम का हम स्वागत करते हैं।
नूपुर शर्मा के भाजपा से निष्कासित होने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। नूपुर शर्मा के खिलाफ भाजपा के कार्रवाई को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर बना हुआ है। पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। इसके बाद अब मायावती ने भी भाजपा पर निशाना साधा है।
बसपा प्रमुख मायावती ने हमलावर होते हुए कहा कि उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भेजना चाहिए। इससे पहले अखिलेश यादव ने कानपुर में हुई हिंसा के लिए नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराते हुए वैधानिक कदम उठाने की मांग की थी।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी। किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं। इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए। केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भेजना चाहिए।
मायावती ने कहा, इतना ही नहीं बल्कि कानपुर में अभी हाल ही में जो हिंसा हुई है, उसकी तह तक जाना बहुत जरूरी। साथ ही, इस हिंसा के विरुद्ध हो रही पुलिस कार्रवाईयों में निर्दोष लोगों को परेशान ना किया जाए, बीएसपी की यह भी मांग है।