पानी बढ़ने के कारण पर्यटकों को मिल रही निराशा, गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से नौकायान पर लगी रोक
यूपी की विश्वनाथ नगरी काशी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से पर्यटकों को निराशा मिल रही है। इतना ही नहीं जिस रफ्तार से पानी बढ़ रहा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़कों तक पानी पहुंचने में अब समय नहीं लगेगा।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की विश्वनाथ नगरी काशी में गंगा अब खतरे के निशान से महज साढ़े तीन मीटर और चेतावनी बिंदु से ढाई मीटर ही दूर हैं। एक दिन में गंगा करीब 3 मीटर ऊपर चढ़ गईं हैं। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को गंगा का जलस्तर 64.78 मीटर था, मगर आज सुबह 6 बजे तक यह बढ़कर 67.54 मीटर पर आ गया है। गंगा जिस तेजी से अपना विस्तार कर रहीं हैं, उससे लगता है कि सड़कों तक पानी पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। आधे घाट तो डूब ही चुके हैं। इस समय गंगा के सभी घाटों के संपर्क टूट चुके हैं। घाटों की दुकानें अब हटा लीं गईं हैं। घाटों की सभी सीढ़ियां जलमग्न हो गईं हैं। अब स्नान करने का स्थान भी नहीं बचा है। गंगा के आसपास जाना भी अब खतरे से खाली नहीं होगा। गंगापार पानी बगीचों और बस्तियों में घुस रहा है। घाट के मंदिरों में भी पानी लग गया है।