भारी बारिश के बाद जलमग्न हो जाता है वाराणसी का ये गांव, कैमरे के सामने ग्रामीणों ने खोली विभागीय अफसरों की पोल

इस इलाके की निवासी मीरा ने बताया कि मेरा आवास उत्तरी ककरमत्ता में है उन्होंने बताया कि इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या है कि पानी निकलता नहीं है पानी भर जाता है और आने जाने में काफी दिक्कत होती है। मीरा ने बताया कि लगभग ३० वर्ष से ऐसी समस्या जब से हम आए हैं तब से देख रहे हैं।

/ Updated: Jul 04 2022, 01:04 PM IST

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वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में शहर से ही सटा एक इलाका है। इसका नाम ककरमत्ता उत्तरी से जाना जाता है। इस गांव के लोग कई वर्षों से सड़क और जल निकासी की समस्या से परेशान गांव वालों का आरोप है कि हमारे गांव के चारों तरफ कई सरकारी विभाग और विभाग से जुड़े कार्य चल रहे हैं। गांव के लोगों का यह भी कहना है कि हमारे गांव के बगल से ही रेलवे की पटेरिया गुजरते हैं लेकिन गांव से जल निकासी का कोई भी प्रबंध नहीं किया गया। इसको लेकर हमने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री के साथ-साथ स्थानीय विधायक और संबंधित विभागों के अधिकारियों को किया गया लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। 

गांव वालों की समस्या को सुनने एशियानेट की टीम ककरमत्ता गांव जहां पर दृश्य देखकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे हम एक ऐसे स्थान पर पहुंचे जहां पर एक बड़ा सा तालाब और उस तालाब के चारों तरफ मकान बनी थी और उस तालाब के बगल से रास्ते गुजरे थे लेकिन बारिश के चलते तालाब ने अपना विकराल रूप ले रखा था और आसपास के सड़कों पर पानी लगे हुए और पानी के ऊपर हरी परतें और गांव के लोग उसे जलभराव के बीच से आते जाते दिखाई दिए। गांव वालों से पूछताछ पर पता चला कि कुछ ही दिन पहले या गांव विस्तारीकरण में नगर निगम का हो चुका है। एक सज्जन ने बताया कि यह गांव भेलूपुर नगर निगम जोन में आता है लेकिन नगर निगम की तरफ से कोई भी अधिकारी तो दूर कर्मचारी तक सर्वे करने तक नहीं आया। तमाम पत्र भी दिखाएं जिसमें ग्राम वासियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए मुख्यमंत्री एवं अन्य संबंधित विभाग को उस पत्र की प्रतिलिपि भेजी थी एक जवाबी पत्र में जलकल विभाग के एक अधिकारी ने काम करने की बात कही लेकिन गांव वालों का कहना है कि वह भी सिर्फ आश्वासन ही दिए पूरा काम नहीं किए।

इस पूरे गांव के विभिन्न समस्याओं को देखने के बाद हम एक ऐसे स्थान पर पहुंचे, जहां पर पानी निकालने के लिए एक पंपसेट लगाया गया था और उसमें पाइप लगाकर उस पाइप हो एक खेत के तरफ भेजा गया। पूरे गांव की समस्या को और भी गहराई से समझने के लिए हमने गांव के कुछ लोग दिखाई दिए उनसे हमने बातचीत की और उन्होंने हमारे कैमरे पर क्या कुछ कहा आप भी सुनिए 

इस इलाके की निवासी मीरा ने बताया कि मेरा आवास उत्तरी ककरमत्ता में है उन्होंने बताया कि इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या है कि पानी निकलता नहीं है पानी भर जाता है और आने जाने में काफी दिक्कत होती है। मीरा ने बताया कि लगभग ३० वर्ष से ऐसी समस्या जब से हम आए हैं तब से देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले लोगों ने शिकायत ही है जब इस इलाके में प्रधान हुआ करते थे तो प्रधान यहां मशीन लगाकर पानी हटवा देते थे। उन्होंने कहा कि अब तो प्रधानी खत्म हो गया है और नगर निगम वाले कुछ कार्य करेंगे लेकिन नगर निगम के द्वारा भी यहां कोई कार्य नहीं किया गया है। मीरा ने बताया कि इस गांव की प्रमुख समस्या है जल निकासी जनप्रतिनिधि या सम्बंधित अधिकारी इस समस्या का समाधान करें।

वही एक बुजुर्ग रामजीत प्रजापति ने बताया कि उन्होंने बताया कि नाला और पानी की समस्या इस मोहल्ले में बहुत पुरानी है । उन्होंने बताया कि बरसात आते ही इस गांव में समस्याएं शुरू हो हैं और सबसे बड़ी समस्या है रास्ता और जलभराव बारिश में यह दोनों मुश्किलें बन जाती हैं। हमने रामजीत प्रजापति से पूछा कि आखिर इस समस्या का आप लोगों की तरफ से क्या किया जाए कि समाधान हो जाए तो उन्होंने कहा कि विधायक और अधिकारी लोगन से कहा जाला लेकिन अभी तक इसका समाधान नहीं हुआ है ‌। उन्होंने कहा है कि इसकी शिकायत तो हम लोगों ने बहुत बार बहुत साल की है लेकिन कुछ कार्य नहीं हुआ। रामजीत प्रजापति ने कहा कि विधायक सौरभ श्रीवास्तव एक बार आश्वासन भी दिए उसके बाद वह इस मोहल्ले में एक बार भी देखने तक नहीं आए। आगे उन्होंने यह भी बताया कि या मोहल्ला पहले ग्रामसभा में था अब यह कन्वर्ट होकर नगरपालिका में चला गया है लेकिन नगर पालिका के अधिकारी तो दूर कर्मचारी तक इस मोहल्ले में सर्वे करने नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि प्रधान द्वारा नगर निगम कार्यालय में शिकायत की गई है लेकिन कोई कार्यवाही होता नहीं दिखाई दे रहा है।