सुसाइड नोट में दर्द बयां कर महिला ने चुनी मौत, लिखा- बेऔलाद को दे देना लेकिन पति को बेटी मत सौंपना

सुसाइट नोट में पीड़िता ने अपनी आप बीती बताई। उसने लिखा कि पति ने मुझे मरने के लिए मजबूर किया है। जिस तरह से हम तड़प तड़प कर मरने जा रहे हैं वैसे इसे भी तड़पा तड़पा कर सजा दी। मम्मी पापा मुझे इंसाफ दिलाना और मेरे पति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाना।
 

/ Updated: Jul 27 2022, 07:26 PM IST

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उन्नाव: शहर के किला चौकी अंतर्गत पुरानी बाजार मोहल्ला में रहने वाली एक विवाहिता ने पति की प्रताड़ना से तंग आकर मंगलवार देर रात घर फांसी लगा ली। देर रात पति कमरे में पहुंचा। जहां उसका शव फंदे से लटक रहा था। जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने जांच पड़ताल की। जहां पुलिस को सुसाइट नोट मिला। जिसमें विवाहिता ने अपना दर्द बयां किया। वहीं मायके पक्ष के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया है।

उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी बाजार मोहल्ला निवासी मोहित गुप्ता की सात साल पहले कानपुर के महराजपुर गांव निवासी आराधना गुप्ता (27) के साथ शादी हुई थी। मोहित गुप्ता शहर के गदनखेड़ा स्थित शराब ठेका पर कैंटिन में काम करता है। मंगलवार देर रात मोहित के घर पहुंचने पर आराधना का साड़ी के सहारे फंदे पर शव लटकता मिला। शव देख पति मोहित के पैरों तले जमीन खिसक गई। मामले की जानकारी पुलिस व ससुराली जनों को दी गई। सुबह ससुरालीजन भी पहुंच गए हैं। जहां उन्होंने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही थी कि तभी पुलिस को महिला के पास से सुसाइट नोट मिला। जिसमें उसने पति की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया है। 

सुसाइट नोट में किया अपना दर्द बयां
सुसाइड नोट में मृतका ने लिखा कि हमारी मौत का जिम्मेदार मेरा पति है। वह हमें दारू पीकर रोज मारता है, वह सुबह, शाम से रात तक दारु पी कर आता है हमारी और हमारी बिटिया की जिंदगी बर्बाद कर देगा अब हम जीना नहीं चाहते और मरने जा रहे हैं और हमारी मौत का जिम्मेदार हमारा पति है। यह कहकर आराधना ने मौत को गले लगा लिया।

बेटी को लेकर चिंतित रही मृतका
फांसी लगाने से पहले मृतका ने सुसाइट नोट में लिखा कि मेरे मरने के बाद मेरी बिटिया को मेरे पति को ना दिया जाए। चाहे मायके में या फिर किसी और को दे दिया जाए जो बेऔलादल हो।

बेटी को पुलिस बनाना चाहती थी मृतका
मृतका ने पांच साल पहले बेटी को जन्म दिया था और उसे पुलिस बनाना चाहती थी, उसके लिये वह खुद उसे पढ़ा लिखा रही थी लेकिन पति की आये दिन की प्रताड़ना के चलते उसने फांसी लगा ली। सुसाइट नोट में उसने लिखा कि हम अपनी बिटिया से बहुत प्यार करते हैं लेकिन अफसोस हम अपनी बिटिया के साथ नहीं रह पाए हमारा सपना अपनी बिटिया को पुलिस बनाना था। बउवा अपनी मम्मी का सपना जरूर पूरा करना। हमें माफ कर देना हम तो बस तुम्हारे लिए जी रहे थे। यह लिखकर उसने मौत को गले लगा लिया।