वाराणसी: गांव की महिलाएं लोगों के लिए बनीं मिसाल, घरेलू कामकाज के बाद ले रहीं गोबर से लकड़ी बनाने की ट्रेनिंग
वाराणसी में एक गांव ऐसा है, जहां ग्रामीण महिलाओं की किस्मत गोबर के काम काज से चमक रही है। वाराणसी शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर रामेश्वर गांव में स्थित गौशाला में स्वयंसेवी संस्था की मदद से ग्रामीण महिलाओं को गोबर से लकड़ी बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक गांव ऐसा है, जहां ग्रामीण महिलाओं की किस्मत गोबर के काम काज से चमक रही है। वाराणसी शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर रामेश्वर गांव में स्थित गौशाला में स्वयंसेवी संस्था की मदद से ग्रामीण महिलाओं को गोबर से लकड़ी बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। गांव की 40 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिला है.इस रोजगार से हर दिन महिलाएं घर के काम काज के बाद 4 से 5 घण्टे काम कर 200 से 300 रुपये प्रतिदिन कमा रही हैं।इससे घर चलाने में भी उन्हें मदद मिल रही है। 15 दिनों में उन्होंने 4 हजार रुपये की कमाई की है।
योगी सरकार गोबर को लेकर तैयार किया है खास प्लान
सेवापुरी ब्लॉक के पशु चिकित्सा अधिकारी धमेंद्र कुमार ने बताया कि आने वाले समय में काशी के महाश्मशान घाट पर इसी गोबर की लकड़ी से शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा, जिससे न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सकेगा बल्कि इसके साथ ही बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार का अवसर भी मिलेगा। गाय के गोबर से बनने वाले पदार्थों के लिए योगी सरकार एक खास प्लान बनाई हुई या पूरी प्लान जल्द ही काशी में देखने को मिलेगी अभी यह कार्य काशी के एक गांव में तेजी से चल रहा है और गांव के लोगों को इससे काफी फायदा मिल रहा है इस गांव के आसपास के लोग भी इस कार्यों से जुड़ने के लिए सामने आ रहे हैं और जल्दी गाय गाय पालकों और गाय के गोबर से बनाने वाले सभी ग्रामीणों को इससे काफी फायदा मिलेगा।