काशी में चल रहा विश्व शांति यज्ञ, अनुष्ठान में रोजाना डेढ़ हजार लोग करते हैं भोजन, जानिए क्या है खास
कार्यक्रम के आयोजक श्री श्री 108 जगतनंदन दास उर्फ पगला बाबा द्वारा आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जगत कल्याण के लिए काशी के परम तपोभूमि वह भारतवर्ष की सबसे प्राचीनतम धरा बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी काशी में मोक्ष दायिनी मां गंगा के निर्मल तट पर भव्य रूप से आयोजित किया गया है।
वाराणसी: हरसेवानंद सामने घाट स्थित गंगा के निकट श्री सीता राम नाम संकीर्तन एवं महारुद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम 9 दिनो तक चलेगा। यह कार्यक्रम गंगा दशहरा तक चलेगा कार्यक्रम के दौरान रासलीला का भी आयोजन रासलीला मंडल वृंदावन द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम के आयोजक श्री श्री 108 जगतनंदन दास उर्फ पगला बाबा द्वारा आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जगत कल्याण के लिए काशी के परम तपोभूमि वह भारतवर्ष की सबसे प्राचीनतम धरा बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी काशी में मोक्ष दायिनी मां गंगा के निर्मल तट पर भव्य रूप से आयोजित किया गया है।
कलश यात्रा के दौरान ही 54 मंडप व अतिरूद्र महायज्ञ का 10 कुंडी एवं श्री रामचरित मानस पाठ महायज्ञ 54 रामायणी द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में बिहार, नेपाल व जनकपुर धाम से आए हुए हैं। राम नाम का जप करने के लिए लगभग 15 सौ की संख्या में भक्त पहुंचे हुए हैं।
इसके साथ ही विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है जिसमें लगभग 4000 भक्त प्रतिदिन प्रसाद ग्रहण करते हैं। पगला बाबा ने बताया कि नेपाल तथा भारत दोनों जगह हम यज्ञ करा चुके हैं। भारत में दिल्ली व काशी विश्वनाथ की नगरी लेकर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य है विश्व का कल्याण हो और विश्व में शांति व्यवस्था बनी रहे। एशियानेट न्यूज़ में खास बातचीत में आयोजक जगत नंदन दास और पगला बाबा ने बताया कि इस शांति यज्ञ और पाठ से पूरे काशी वासियों को साथ ही साथ देश में शांति स्थापित होगी।