ससुरालवालों के उत्पीड़न और पुलिस की प्रताड़ना से परेशान हुआ युवक, सुसाइड नोट बताई आत्महत्या की असल वजह
हरदोई में सुसरालवालों के उत्पीड़न और पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर एक युवक ने जान दे दी। युवक ने सुसाइड नोट में इसके पीछे की असल वजह को बताया है। वहीं मामले में पुलिस ने जांच की बात कही है।
हरदोई: ससुरालीजन के उत्पीड़न और पुलिस की प्रताड़ना से परेशान ट्रक चालक ने जान दे दी।सुबह उसका शव कमरे में फंदे पर लटकता मिला और सुसाइड नोट सामने आया। जिसमें उसने ससुरालीजन के साथ पुलिस को भी अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। पुलिस के साथ ही उसने सरकार को भी निशाने पर लिया। एसपी का कहना है कि कुछ लोग पत्र वायरल कर रहे हैं। अधिकारिक रूप से किसी ने शिकायत नहीं की है वह पूरे मामले की जांच करा रहे हैं।
आपको बता दें कि कोतवाली शहर क्षेत्र के मुहल्ला राधानगर के रघुवीर उर्फ राजू तिवारी ट्रक चालक थे। उसकी मां लक्ष्मी ने बताया कि उनके दो बेटों में राजू बड़ा था, उसकी शादी सांडी चुंगी की सोनम के साथ दस साल पहले हुई थी, जिसके बाद से वह अलग मकान में रहने लगा था और वह छोटे बेटे छोटू के साथ रहती हैं, राजू के दो बच्चे हैं। रात किसी बात को लेकर राजू का पत्नी सोनम के साथ विवाद हो गया था, जिसके बाद उसकी पत्नी अपने मायके चली गई। रात में राजू के ससुरालवाले घर आए और राजू के साथ मारपीट कर सोनम को लेकर चले गए। सुबह घर में राजू का शव लटका मिला। लक्ष्मी ने राजू के ससुरालीजन पर प्रताड़ित और मारपीट करने का आरोप लगाया। राजू की डायरी में उसके भाई को एक सुसाइड नोट मिला। पत्र के अनुसार उसने लिखा कि चौकी इंचार्ज ऋषी कपूर के साथ तीन सिपाही उसके घर आए थे। एक पंडित का पुलिस ने जीना हराम कर दिया है। मैं अपनी जिंदगी पुलिस की खातिर दे रहा हूं। उत्तर प्रदेश पुलिस....(अपशब्द) है। उत्तर प्रदेश पुलिस मुर्दाबाद। पत्र में सरकार के लिए भी मुर्दाबाद की बात लिखी है। पुलिस हमारी फेमिली को रखती है। पत्नी सोनम के साथ ही उसने रेनू, बंटू, गौरव, राखी मौत के जिम्मेदार हैं और पुलिस भी।