धमाके के 10 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकाली गई बच्ची, टॉर्च की रोशनी में ऐसे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

वीडियो डेस्क। लेबनान की राजधानी बेरुत में हुए जानलेवा धमाकों के बाद गुमशुदा लोगों की तलाश का काम अभी भी जारी है। राहत कार्यों में जुटे लोग 100 से भी ज़्यादा लोगों की तलाश कर रहे हैं जिनकी धमाके के बाद से कोई खोज खबर नहीं है। इस हादसे के बाद एक बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। धमाके के 10 घंटे बाद मलबे से जिंदा  बच्ची को निकाला गया।  मंगलवार को हुए इन धमाकों में कम से कम सौ लोगों की मौत हो गई और चार हज़ार से भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। बेरुत के बंदरगाह इलाके में हुए इन धमाकों से पूरा शहर ही हिल गया था।  बेरूत में धमाके में अभी तक 78 लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि 4000 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं. भीषण विस्फोट में शहर के बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. जर्मनी के जियोसाइंस केंद्र 'जीएफजेड' के अनुसार विस्फोट से 3.5 की तीव्रता का भूकंप भी आया. विस्फोट इतना भीषण था कि उसकी आवाज 200 किलोमीटर से अधिक दूरी तक सुनी गई। इस हादसे के बाद एक बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।
 

/ Updated: Aug 06 2020, 04:06 PM IST

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वीडियो डेस्क। लेबनान की राजधानी बेरुत में हुए जानलेवा धमाकों के बाद गुमशुदा लोगों की तलाश का काम अभी भी जारी है। राहत कार्यों में जुटे लोग 100 से भी ज़्यादा लोगों की तलाश कर रहे हैं जिनकी धमाके के बाद से कोई खोज खबर नहीं है। इस हादसे के बाद एक बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। धमाके के 10 घंटे बाद मलबे से जिंदा  बच्ची को निकाला गया।  मंगलवार को हुए इन धमाकों में कम से कम सौ लोगों की मौत हो गई और चार हज़ार से भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। बेरुत के बंदरगाह इलाके में हुए इन धमाकों से पूरा शहर ही हिल गया था।  बेरूत में धमाके में अभी तक 78 लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि 4000 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं. भीषण विस्फोट में शहर के बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. जर्मनी के जियोसाइंस केंद्र 'जीएफजेड' के अनुसार विस्फोट से 3.5 की तीव्रता का भूकंप भी आया. विस्फोट इतना भीषण था कि उसकी आवाज 200 किलोमीटर से अधिक दूरी तक सुनी गई। इस हादसे के बाद एक बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।