इस रहस्यमय रेगिस्तान से मिली अनोखी 121 फुट लंबी बिल्ली

पेरू के रहस्‍यमय रेगिस्‍तान में धरती का एक और 'अजूबा' मिला है। पुरात्‍वविदों को एक 2200 साल पुरानी बिल्‍ली का विशाल रेखाचित्र (Geoglyphs) मिला है। इसकी खोज करने वाले पुरातत्‍वविदों ने बताया कि पेरू के नाज्‍का रेगिस्‍तान में स्थित एक पहाड़ी पर इस बिल्‍ली की 121 फुट लंबी आकृति बनाई गई है। नाज़्का लाइन्स पेरू में सदियों से संरक्षित हैं और इसे नाज़्का संस्‍कृति की विरासत माना जाता है। अब तक यहां पर कई विशाल आकृतियां मिल चुकी हैं और इसी कड़ी में अब 2200 साल पुरानी बिल्‍ली के आकृति की खोज हुई है।

/ Updated: Oct 19 2020, 05:25 PM IST
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पेरू के रहस्‍यमय रेगिस्‍तान में धरती का एक और 'अजूबा' मिला है। पुरात्‍वविदों को एक 2200 साल पुरानी बिल्‍ली का विशाल रेखाचित्र (Geoglyphs) मिला है। इसकी खोज करने वाले पुरातत्‍वविदों ने बताया कि पेरू के नाज्‍का रेगिस्‍तान में स्थित एक पहाड़ी पर इस बिल्‍ली की 121 फुट लंबी आकृति बनाई गई है। नाज़्का लाइन्स पेरू में सदियों से संरक्षित हैं और इसे नाज़्का संस्‍कृति की विरासत माना जाता है। अब तक यहां पर कई विशाल आकृतियां मिल चुकी हैं और इसी कड़ी में अब 2200 साल पुरानी बिल्‍ली के आकृति की खोज हुई है।