दिव्यांग ने नहीं मानी हार, कराटे सीखे और लोगों के लिए बन गया मिसाल
वीडियो डेस्क। जिंदगी की मुश्किल इंसान को तोड़ देती है। लेकिन कुछ लोग होते हैं जो तमाम बाधाओं और मुसीबतों को पार करते हुए कामयाबी की एक नई मिसाल कायम करते हैं। ऐसे ही शख्स हैं गाजा के 24 साल के यूसुफ अबू आमीरा। उनके हाथ और पैर नहीं है। यूसुफ का जन्म बिना पैरों और आंशिक रूप से विकसित हाथों के साथ हुआ था। उन्होंने खुद पर काम किया और अपनी कमजोरी को ताकत में बदल कर सबको बता दिया कि ‘नामुमकिन कुछ भी नहीं’ है।
वीडियो डेस्क। जिंदगी की मुश्किल इंसान को तोड़ देती है। लेकिन कुछ लोग होते हैं जो तमाम बाधाओं और मुसीबतों को पार करते हुए कामयाबी की एक नई मिसाल कायम करते हैं। ऐसे ही शख्स हैं गाजा के 24 साल के यूसुफ अबू आमीरा। उनके हाथ और पैर नहीं है। यूसुफ का जन्म बिना पैरों और आंशिक रूप से विकसित हाथों के साथ हुआ था। उन्होंने खुद पर काम किया और अपनी कमजोरी को ताकत में बदल कर सबको बता दिया कि ‘नामुमकिन कुछ भी नहीं’ है।