सर्दियों के मौसम में बथुआ का साग बहुत मिलता है। यह गुणों की खान है। बथुआ का साग पेट संबंधी रोगों को दूर करने के साथ कई तरह की बीमारियों को भी दूर करता है। इसे खाने से कैसी भी कमजोरी क्यों न हो, दूर हो जाती है।
वैवाहिक संबंधों में कई बार औरतों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। कुछ पति बेहद शक्की मिजाज के होते हैं। वे अपनी पत्नियों को हमेशा संदेह भरी नजरों से देखते हैं। इससे पत्नियां घुटन महसूस करती हैं।
शरीर में अगर ब्लड का सर्कुलेशन सही ढंग से नहीं हो पा रहा हो तो कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होने पर दिल से जुड़ी बीमारियां होने के साथ खून के थक्के भी जम जाते हैं।
हाल ही में हुए एक रिसर्च से पता चला है कि स्वस्थ रहने के लिए पैदल चलना सबसे ज्यादा फायदेमंद है। पैदल चलने से शरीर के हर अंग की एक्सरसाइज हो जाती है। अगर कोई रोज पैदल चलता है तो उसे जिम जाने और दूसरी कोई एक्सरसाइज करने की जरूरत नहीं है।
सर्दियों के सीजन में सुबह-सुबह नाश्ते में मूली का पराठा बहुत अच्छा लगता है। यह टेस्टी तो होता ही है, इसे बनाना भी बेहद आसान है।
ऐसा अक्सर देखा गया है कि रिलेशनशिप में रहने के दौरान पार्टनर्स सोशल मीडिया पर ज्यादा ही इंटिमेसी दिखाने लगते हैं, लेकिन इसका असर उन्हें जानने वालों के बीच ठीक नहीं पड़ता है।
रोज ठीक से दांतों को साफ करने से न केवल मुंह का हाइजीन ठीक रहता है, बल्कि इससे हार्ट से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा भी कम होता है। एक रिसर्च स्टडी से यह पता चला है।
आम तौर पर मौसम बदलने के दौरान सर्दी-खांसी की समस्या होती है। कई बार इसके साथ बुखार भी हो जाता है। लेकिन तेज बुखार के साथ अगर खांसी हो रही हो तो हो सकता है कि यह न्यूमोनिया हो। यह इन्फेक्शन की वजह से होता है।
आजकल रिलेशनशिप बनाते हुए लोगों को काफी सावधान रहना पड़ता है। कई पार्टनर स्वार्थी और धोखेबाज होते हैं। अगर वक्त रहते उनकी पहचान नहीं कर ली जाए तो वे गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बढ़ते वजन की समस्या से परेशान हो कर कुछ लोग वजन कम करने के ऐसे तरीके अपनाने लगते हैं, जिनसे वजन तो कम नहीं होता, उलटे नुकसान होने लगता है। इसलिए वजन कम करने के पहले किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी होता है।