Exclusive Video: 2025 के किस बड़े मिशन को लेकर तैयारी में जुटा है ISRO, नेक्स्ट मंथ ही होने वाला है टेस्ट
इसरो चीफ ने बताया कि गगनयान एक कॉम्पलेक्स प्रोजेक्ट है और इसकी लॉन्चिंग से पहले हम यह श्योर करते हैं कुछ गलत न हो।
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि गगनयान एक तरह का कॉम्पलेक्स प्रोजेक्ट है। हमें लगता है कि हम कोई चीज लांच करने जा रहे हैं लेकिन यह कठिन काम है। जब हम लांचिंग की बात करते हैं तो पहले यह श्योर करते हैं कि कुछ भी गलत न हो। यह रिस्की होता है। हम 4 साल से गगनयान की तैयारी कर रहे हैं और तरह के चैलेंजेस का सामना किया है। हमने कई बार रि-इंजीनियरिंग, रि-डिजाइनिंग की है ताकि सबसे अच्छे से हो। लेकिन सबसे बड़ा चैलेंज था क्रू मेंबर्स की सेफ्टी का। जैसे पहले गगनयान मिशन में कई प्रॉब्लम आई। इसे करेक्ट करने में 5 साल या कभी 10 साल भी लगते हैं क्योंकि इसमें ह्यूमन बीइंग का इंवाल्वमेंट है।
उन्होंने बताया कि इसके लिए हमने अपनी टीम से बात की, सरकार से भी बात की। इस मिशन को तेजी से पूरा करना काफी रिस्की हो सकता है। इसके लिए हमें पूरा समय और फुल कांफिडेंस होना चाहिए। इसलिए में एडिशनल चीजें की क्योंकि हमारा टार्गेट है पहली बार सही चीजें होनी चाहिए। हमने सरकारों से अथॉरिटीज से बात की और प्रोसेस को स्लो किया। हमने अभी तक 100 से ज्यादा टेस्ट किए हैं। हमारा टार्गेट है कि अगले 1 साल के भीतर सभी तरह के टेस्ट पूरे कर लिए जाएं। फाइनल मैन मिशन 2025 से पहले पूरा नहीं हो सकत है। इस मिशन का सबसे बड़ा टेस्ट यानि क्रू अबार्ट टेस्ट अगले महीने होने जा रहा है।