क्या हालत होती है, जब शरीर में पहुंचता है कोरोना?

क्या आप जानते हैं कि कोरोना वायरस बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है. कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है, लेकिन कोरोना का संक्रमण दुनिया भर में तेजी से  फैल रहा है। इसको लेकर 2 सवाल लोगों के मन में हैं।  

/ Updated: May 12 2020, 03:19 PM IST

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हेल्थ डेस्क। क्या आप जानते हैं कि कोरोना वायरस बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है. कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है, लेकिन कोरोना का संक्रमण दुनिया भर में तेजी से  फैल रहा है। इसको लेकर 2 सवाल लोगों के मन में हैं।    

सावल -1 
क्या कोरोना वायरस आंखों जरिए फैल सकता है?

जवाब: चीन में जेएएमए ऑप्थेमोलॉजी जर्नल में छपे डॉक्टरों के एक अध्ययन के अनुसार, कोराना वायरस आंखों के जरिए भी फैल सकता है। कुछ कोरोना संक्रमितों में कंजक्टिवाइटिस का संक्रमण देखा गया है। आमतौर पर ये वे मरीज थे, जिनमें संक्रमण ज्यादा था। ‘द अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थेमोलॉजी’ के अनुसार, नाक और मुंह से छींकने या खांसने के दौरान निकलने वाले ड्रॉपलेट से संक्रमण होता है। ये ड्रॉपलेट आंखों से भी फैल सकते है। ऐसा मैम्ब्रेन के कारण होता है। हालांकि इस संबंध में अभी और जानकारी जुटाई जा रही है।
सावल -2
नोटों या सिक्कों के माध्यम से कोरोना वायरस किस प्रकार फैल सकता है
?
जवाब: कोई संक्रमित व्यक्ति खांसते या छींकते वक्त अपने हाथों को मुंह पर रख लेता है या उसे हाथों से पोंछ लेता है, तो वायरस उसके हाथों तक पहुंच जाता है। फिर वह हाथों को सैनिटाइज किए या साबुन-पानी से धोए बगैर नोटों या सिक्कों को छूता है। वे नोट या सिक्के किसी स्वस्थ व्यक्ति के हाथ में चले जाते हैं। वह भी हाथों को साबुन-पानी से धोए या सैनिटाइज किए बगैर अपनी आंखों, नाक और मुंह को स्पर्श करता है और इस तरह वह भी संक्रमित हो जाता है। नोटों की अपेक्षा सिक्के वायरस का प्रसार ज्यादा कर सकते हैं।