16 मसालों को मिलाकर कोरोना किल वाला काढ़ा पिला रहा चायवाला, आप भी जानें उन जड़ी बूटियों के नाम
वीडियो डेस्क। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए लोग हर संभव कोशिश कर रहे हैं, वहीं पीएम के आह्वान के बाद उनके संसदीय क्षेत्र बनारस के लोग आपदा में अवसर खोज रहे हैं वाराणसी में एक चाय वाले ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के आपदा काल में एक ऐसा अवसर ढूंढा जिसको बनारसियों ने हाथों हाथ लिया है। चाय वाले ने कोरोना काल में चाय की दुकान बंद करके बनारसी काढ़े की दुकान खोल ली है.।आज इस दुकान पर काढ़ा पीने वालों की लाइन लगी रहती है। बताते हैं आपको कैसे तैयार होता है ये काढ़ा आयुर्वेदिक काढ़े में 16 मसालों को शामिल किया है जिसमें तुलसी, अश्वगंधा, मुलेठी, गिलोय, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, छोटी इलाइची, सौंठ पाउडर, काला मुनक्का, तेज पत्ता, अजवाइन, पीपर, गुड़ और अर्जुन का छाल है। इस काढ़े को अच्छे से पकाते हैं, ताकिसभी आयुर्वेदिक मसालों के मिश्रणों का अर्क पूरी तरह से काढ़े में मिल जाए। कोरोना बचाने के लिए आयुर्वेदिक औषधी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाती है।
वीडियो डेस्क। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए लोग हर संभव कोशिश कर रहे हैं, वहीं पीएम के आह्वान के बाद उनके संसदीय क्षेत्र बनारस के लोग आपदा में अवसर खोज रहे हैं वाराणसी में एक चाय वाले ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के आपदा काल में एक ऐसा अवसर ढूंढा जिसको बनारसियों ने हाथों हाथ लिया है। चाय वाले ने कोरोना काल में चाय की दुकान बंद करके बनारसी काढ़े की दुकान खोल ली है.।आज इस दुकान पर काढ़ा पीने वालों की लाइन लगी रहती है। बताते हैं आपको कैसे तैयार होता है ये काढ़ा आयुर्वेदिक काढ़े में 16 मसालों को शामिल किया है जिसमें तुलसी, अश्वगंधा, मुलेठी, गिलोय, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, छोटी इलाइची, सौंठ पाउडर, काला मुनक्का, तेज पत्ता, अजवाइन, पीपर, गुड़ और अर्जुन का छाल है। इस काढ़े को अच्छे से पकाते हैं, ताकिसभी आयुर्वेदिक मसालों के मिश्रणों का अर्क पूरी तरह से काढ़े में मिल जाए। कोरोना बचाने के लिए आयुर्वेदिक औषधी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाती है।