मौसम बदलते ही डेंगू होने का खतरा, एक्सपर्ट ने बताए कैसे करें बचाव

 मौसम बदलते ही लोगों को आदतों में भी बदलाव करने की आवश्यकता होगी। बारिश पड़ते ही डेंगू का लार्वा फैलना शुरू हो सकता है। डेंगू बुखार एडिज एजिप्टाई नामक मच्छर के काटने से होता है। बरसात के मौसम में गंदगी की वजह से मच्छरों का प्रजनन बढ़ जाता है, ऐसे में उनसे होने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की भी संभावना बढ़नी शुरू हो जाती है।इससे बचाव करने के लिए जरूरी है कि हम पहले से ही तैयार रहें। मच्छरों से होने वाले रोग, खासकर डेंगू को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट हो गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इसके लिए अलग वार्ड रिजर्व कराया जाएगा। चिकित्सा विभाग ने इससे बचाव के लिए तैयारियों में जुट गया है। बेहतर उपचार के लिए दवाइयां, जांच किट पहले से ही रख ली गई हैं। भोपाल की सिटी हॉस्पिटल की डायरेक्टर अंजू गुप्ता ने बताए इसके लक्षण और बचाव के तरीके। 

/ Updated: Jun 30 2020, 01:16 PM IST

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वीडियो डेस्क। मौसम बदलते ही लोगों को आदतों में भी बदलाव करने की आवश्यकता होगी। बारिश पड़ते ही डेंगू का लार्वा फैलना शुरू हो सकता है। डेंगू बुखार एडिज एजिप्टाई नामक मच्छर के काटने से होता है। बरसात के मौसम में गंदगी की वजह से मच्छरों का प्रजनन बढ़ जाता है, ऐसे में उनसे होने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की भी संभावना बढ़नी शुरू हो जाती है।इससे बचाव करने के लिए जरूरी है कि हम पहले से ही तैयार रहें। मच्छरों से होने वाले रोग, खासकर डेंगू को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट हो गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इसके लिए अलग वार्ड रिजर्व कराया जाएगा। चिकित्सा विभाग ने इससे बचाव के लिए तैयारियों में जुट गया है। बेहतर उपचार के लिए दवाइयां, जांच किट पहले से ही रख ली गई हैं। भोपाल की सिटी हॉस्पिटल की डायरेक्टर अंजू गुप्ता ने बताए इसके लक्षण और बचाव के तरीके। 

ये हैं लक्षण तो हो गया डेंगू

- बुखार होना, शरीर में दर्द और सिर दर्द होना।

- पेट दर्द, उल्टी और भूख न लगना।

- पेट में और शरीर में सूजन।

- उल्टी होना या दस्त में खून आना।

- शरीर पर लाल निशान या चकत्ते पड़ना।

- श्वांस लेने में दिक्कत होना।

क्या करें

- डेंगू बुखार एडिज एजिप्टाई नामक मच्छर के काटने से होता है।

- मकान, दफ्तर, प्रतिष्टानों के कूलर, ओवर हेड टैंक, पानी से भरे गमले, टायर, पानी के लिए बने हौदियों व अन्य एकत्रित हुए पानी के स्थानों में एकत्रित साफ पानी को सप्ताह में एक बार जरूर बदल दें।

- डेंगू बुखार के रोगी को दवाओं के प्रयोग में सर्तकता बरते।

- बुखार होने की दशा में पैरासीटामाल की गोली लें।

- पानी की पट्टियों को प्रयोग किया जाए व तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।