जानें कितनी खतरनाक है स्टाइरीन गैस, विशाखापट्टनम में जिसके शिकार हुए हजारों लोग
आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में पॉलीमर फैक्ट्री से लीक हुई जहरीली गैस से सैंकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक इस जहरीली गैस से 13 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस पॉलीमर फैक्ट्री से जहरीली स्टाइरीन गैस का रिसाव हुआ है जिसकी जद में हजारों लोग आ गए है। कितनी खतरनाक है ये गैस और भविष्य में क्या -क्या बीमारियां हो सकती है। बता रही हैं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपल की सिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर अंजू गुप्ता। इनके मुताबिक इसके दुष्प्रभाव से लोगों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तक हो सकती है। यह देखने और सुनने की क्षमता पर भी असर डाल सकती है।
वीडियो डेस्क। आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में पॉलीमर फैक्ट्री से लीक हुई जहरीली गैस से सैंकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक इस जहरीली गैस से 13 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस पॉलीमर फैक्ट्री से जहरीली स्टाइरीन गैस का रिसाव हुआ है जिसकी जद में हजारों लोग आ गए है। कितनी खतरनाक है ये गैस और भविष्य में क्या -क्या बीमारियां हो सकती है। बता रही हैं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपल की सिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर अंजू गुप्ता। इनके मुताबिक इसके दुष्प्रभाव से लोगों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तक हो सकती है। यह देखने और सुनने की क्षमता पर भी असर डाल सकती है।
कंपनी का इतिहास
यहां पर एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री की स्थापना 1961 में हिंदुस्तान पॉलिमर्स के नाम से की गई थी। कंपनी पॉलिस्टाइरेने और इसके को-पॉलिमर्स का निर्माण करती है। 1978 में यूबी ग्रुप के मैकडॉवल एंड कंपनी लिमिटेड में हिंदुस्तान पॉलिमर्स का विलय कर लिया गया था और फिर यह एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री हो गई। इसी कंपनी से गैस लीकेज हुई।
क्या होता है स्टाइरीन
स्टाइरीन सिर्फ एक गैस नहीं है। यह सॉलिड या लिक्विड रूप में किसी भी चीज में मिल सकती है। ये फलों, सब्जियों, मूंगफलियों, मांस आदि में भी मिल जाती है। लेकिन इनका स्तर बेहद कम होता है। यदि कोई इसके संपर्क में है तो फिर ये गैस किसी भी व्यक्ति के शरीर में नाक, मुंह या छूने से जा सकती है। दरअसल स्टाइरीन एक रंगहीन तरल पदार्थ होता है जो हवा के संपर्क में आते ही गैस बनकर हवा के साथ फैलने लगता है। अगर स्टाइरीन अपने पूर्ण असली रूप में है तो ये आपको इसकी एक मीठी सी गंध आएगी लेकिन कई कंपनियां इसमें एल्डीहाइड्स चीजें मिलाती हैं, जिससे इसमें बदबू आने लगती है। अलग-अलग कंपनियों में इनका जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल होता है। फिलहाल इन दोनों गैसों के लीक होने की बात कही जा रही है जिसका असर देखने को मिला और 8 लोगों की मौत हो गई। 200 से अधिक लोग इससे प्रभावित भी हुए हैं।
क्या होता है पीवीसी गैस का नुकसान
पीवीसी गैस की वजह से आम लोगों की आंखों में तेज जलन, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, बेहोश हो जाना जैसी चीजें हो जाती है। एक बात ये भी देखने में आती है कि जो लोग पीवीसी वाली फैक्ट्रियों में काम करते हैं वो अक्सर शिकायत करते हैं कि उनके सिर में दर्द हो रहा है, उनको चक्कर आ रहे हैं। ये शिकायतें आम होती है। ये गैस पुरूष और महिलाओं दोनों में अन्य कई तरह की समस्याएं भी पैदा करती है। ये कहा जा रहा है कि फैक्ट्री से यही गैस लीक हुई जिसकी वजह से तीन किलोमीटर के दायरे में आने वालों को समस्या हुई। जो फैक्ट्री के पास में थे उनकी मौत हो गई। इसके अलावा महिलाओं और बच्चों को समस्या हुई है।