India@75: बंकिम चंद चट्टोपाध्याय, वो उपन्यासकार जिनकी कलम ने राष्ट्र में जगाई नए चेतना
आजादी के अमृत महोत्सव की इस कड़ी में आज बात वंदे मातरम गीत के रचियता बंकिम चंद चट्टोपाध्याय की। जिनकी कलम ने राष्ट्र के सोए हुए स्वाभिमान को जगाने का काम किया
भारत अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है। आजादी के इस अमृत महोत्सव में हम बात कर रहे हैं उन महापुरुषों की जिन्होंने देश की स्वतंत्रता में अपना योगदान दिया है। इस कड़ी में आज हम बात करेंगे बंकिम चंद चट्टोपाध्याय की। जिन्होंने भारत की राष्ट्रीय चेतना के निर्माण को अपनी लेखनी से एक नया आकार दिया। जिनकी कलम ने आजादी के नए आयाम लिखे और भारतीयों के सोए हुए स्वाभिमान को जगाने का काम किया।