कोरोना से 15 फीट के गणेश 2 फीट में सिमटे, मूर्तिकारों का धंधा चौपट, नहीं बिक रही मूर्ति
वीडियो डेस्क। कोरोना के कहर के कारण इस बार गणेश उत्सव मनाने पर ग्रहण लग गया है। वहीं कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए इस बार गणेश पंडाल लगाने से मना कर दिया गया है। सिर्फ छोटी प्रतिमाओं को घर पर विराजमान करने की अनुमति दी गई है। इस मनाही से क्षेत्र के मूर्ति बनाने वाले सैकड़ों परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
वीडियो डेस्क। कोरोना के कहर के कारण इस बार गणेश उत्सव मनाने पर ग्रहण लग गया है। वहीं कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए इस बार गणेश पंडाल लगाने से मना कर दिया गया है। सिर्फ छोटी प्रतिमाओं को घर पर विराजमान करने की अनुमति दी गई है। इस मनाही से क्षेत्र के मूर्ति बनाने वाले सैकड़ों परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
मूर्ति कलाकारों पर आर्थिक संकट प्रदेश के साथ रायसेन जिले में भी गणेशोत्सव की महीनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती थीं। जिले भर में बड़ी-बड़ी झांकियों का आयोजन होता था, वहीं महीनों पहले बड़ी-बड़ी मूर्तियों के ऑर्डर दिए जाते थे। लेकिन इस साल 12 से 15 फिट की मूर्ति 2 से 3 फिट तक ही सिमट कर रह गई है। गणपति जी की एक बड़ी मूर्ति 10 से 25 हजार के बीच बिकती हैं, लेकिन इस बार इन बड़ी मूर्तियों से लाभ कमाना तो दूर लागत भी नहीं निकलने वाली, जिससे मूर्तिकार परेशान हैं।