सबसे पहले किस पर अटैक करता है कोरोना, और कौन है सबसे सेफ....ऐसे ही सवालों के जवाब जानिए

1. कोरोना के संक्रमण और उसके लक्षण सामने आने में कितना समय लगता है?
कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद इसके लक्षण सामने आने में पांच दिनों का समय लगता है लेकिन कुछ लोगों में इसके लक्षण दिखने में इससे ज़्यादा वक़्त भी लग सकता है। WHO के मुताबिक कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के लक्षण 14 दिनों तक रहते हैं। 
 

/ Updated: Mar 14 2020, 04:32 PM IST

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1. कोरोना के संक्रमण और उसके लक्षण सामने आने में कितना समय लगता है?
कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद इसके लक्षण सामने आने में पांच दिनों का समय लगता है लेकिन कुछ लोगों में इसके लक्षण दिखने में इससे ज़्यादा वक़्त भी लग सकता है। WHO के मुताबिक कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के लक्षण 14 दिनों तक रहते हैं। 
2. फ्लू और कोरोना वायरस में क्या अंतर है?
कोरोना वायरस और फ्लू के कई लक्षण एक जैसे हैं। बिना मेडिकल टेस्ट के इसके अंतर को समझना मुश्किल है। कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षण बुखार और सर्दी ही है। फ्लू में अक्सर दूसरे लक्षण भी दिखाई देते हैं जैसे गले में दर्द। जबकि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस की तकलीफ की शिकायत रहती है। 
3. अस्थमा के मरीजों के लिए कोरोना वायरस कितना ख़तरनाक़?
हमारे श्वसन तंत्र या हमारी सांस लेने की प्रणाली में किसी भी तरह का संक्रमण, वो चाहे कोरोना वायरस ही क्यों न हो, अस्थमा की तकलीफ़ बढ़ा सकता है। कोरोना वायरस को लेकर चिंतित अस्थमा के मरीज कुछ एहतियाती कदम उठा सकते हैं. इसमें डॉक्टर द्वारा सुझाए गए इनहेलर का इस्तेमाल भी शामिल है।
4. क्या कोरोना का संक्रमण फोन से भी हो सकता है?
माना जाता है कि कोरोना वायरस का संक्रमण छींकने या खांसने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में हो सकता है। जानकारों का कहना है कि ये वायरस किसी सतह पर भी अस्तित्व में रह सकता है। इसलिए ये अहम है कि आपका फोन चाहे घर पर हो या दफ़्तर में पूरी तरह से बार-बार साफ़ हो।
5. क्या कोरोना दरवाज़े के हैंडल से भी फैल सकता है?
अगर कोई संक्रमित व्यक्ति छींकते वक़्त मुंह पर हाथ रखता है और फिर उसी हाथ से वो किसी चीज़ को छूता है तो वो सतह विषाणु युक्त हो जाती है। दरवाज़े के हैंडल ऐसी चीजें हैं जिससे दूसरे लोगों को संक्रमण का ख़तरा हो सकता है। 
6. स्वीमिंग पूल में तैरना कितना सुरक्षित?
ज़्यादातर स्वीमिंग पूल्स में क्लोरीन मिलाया जाता है. ये एक ऐसा रसायन है जिससे विषाणु ख़त्म जाते हैं। इसलिए अगर किसी स्वीमिंग पूल में क्लोरीन का इस्तेमाल किया जा रहा है तो उसमें तैरना सुरक्षित है। 
7. मास्क पहनना कितना ज़रूरी?
हालांकि डॉक्टर लोग हमेशा ही मास्क पहने हुए दिखते हैं लेकिन इस बात के प्रमाण कम ही मिलते हैं कि आम लोगों के मास्क पहनने से चीज़ें बदल जाती हैं। विशेषज्ञों की राय में साफ़-सफ़ाई जैसे कि नियमित रूप से हाथ धोना ज़्यादा असरदार है। 
8. बच्चों के लिए कितना ख़तरा?
चीन से मिल रहे आंकड़ों के अनुसार बच्चे तुलनात्मक रूप से कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं।  जिन बच्चों को फेफड़े की बीमारी है या फिर अस्थमा है, उन्हें ज़्यादा सावधान रहने की ज़रूरत है क्योंकि ऐसे मामलों में कोरोना वायरस हमला कर सकता है। 
9. संक्रमित व्यक्ति के हाथ का बना खाना कितना नुक़सानदेह?
संक्रमित व्यक्ति ने खाना बनाते वक़्त अगर साफ़-सफ़ाई का ठीक से ख़्याल न रखा हो तो इससे कोरोना वायरस के फैलने का ख़तरा रहता है। छींकने या खांसने से हाथ पर लगी कफ़ के छोटे से हिस्से से भी कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। 
10 क्या पालतू जानवरों से कोरोना वायरस फैलता है?
कोरोनावायरस पालतू जानवरों जैसे कुत्ते बिल्लियों से नहीं फैलता है। लेकिन पालतू जानवरों को छूने के बाद अपने हाथों को जरूर अच्छे से साफ करें ताकि संक्रमण का खतरा ना रहे। 
11 क्या दोबारा कोरोना वायरस हो सकता है?
दोबारा संक्रमित होने के चांस बहुत कम होते हैं। एक बार जिसे कोरोना हुआ उसके बाद दोबारा होने के चांस ना के बराबर हैं।  
12 क्या मास्क कोरोनावायरस से बचा सकता है?
कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क पहनना जरूरी नहीं है। मास्क सिर्फ उन लोगों को पहनना है जिन्हें खांसी है या फ्लू है। और अगर आप यात्रा कर रहे हैं तो आप टिश्यू पेपर से खुद के मुंह को कवर कर सकते हैं।