इन खूंखार जानवरों की भक्ति देख आप भी हो जाएंगे भाव विभोर...8 साल से रोज यहां टेक रहे हैं माथा
वीडियो डेस्क। MP के शहडोल जिले के जैतपुर तहसील के अंतिम छोर और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा के बीच जंगल में स्थित राजवाड़ा आश्रम इन दिनों खूंखार जंगली जानवर और ग्रामीणों के बीच दोस्ती को लेकर चर्चाओं में है। पहाड़ी के बीच घनघोर जंगल से घिरे राजवाड़ा आश्रम में हर रोज भजन की धुन सुनने खूंखार भालू पहुंचते हैं।
वीडियो डेस्क। MP के शहडोल जिले के जैतपुर तहसील के अंतिम छोर और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा के बीच जंगल में स्थित राजवाड़ा आश्रम इन दिनों खूंखार जंगली जानवर और ग्रामीणों के बीच दोस्ती को लेकर चर्चाओं में है। पहाड़ी के बीच घनघोर जंगल से घिरे राजवाड़ा आश्रम में हर रोज भजन की धुन सुनने खूंखार भालू पहुंचते हैं। यह सिलसिला एक-दो दिन से नहीं। बल्कि पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है। सुबह होते ही जैसे ही आश्रम में भजन की धुन बजती है वैसे ही दो भालू। यहां पहुंच जाते हैं और धुन सुनते हैं। इन जंगली जानवरों से ना किसी को डर लगता है और ना ही ये जानवर किसी को कोई नुकसान पहुंचाते हैं। जैसे ही मंदिर के पुजारी इन भालुओं को आवाज लगाते हैं दौड़े चले आते हैं।