सीकर में भागवत कथा, चर्चा में कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा करतीं मुस्लिम महिलाओं का Video

भागवत कथा की कलश यात्रा पर बुर्का पहने मुस्लिम महिलाओं की फूल बरसाने की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जिन पर देश की असली संस्कृति, सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल दे रहे हैं। ये वीडियो राजस्थान के सीकर के फतेहपुर जिले का है 

/ Updated: Sep 28 2022, 05:16 PM IST

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सीकर/फतेहपुर। राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे के गांव रसूलपुर से सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करती एक अनूठी तस्वीर सामने आई है। जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। यहां जीणधाम में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ मंगलवार को हुआ। जिसके लिए ग्रामीणों ने ठाकुरजी की शोभायात्रा के साथ मंदिर से कलश यात्रा निकाली। इस यात्रा का गांव मेंं जगह- जगह पुष्प वर्षा व जयकारो के साथ स्वागत हुआ। जिसमें खासतौर पर गांव की मुस्लिम महिलायें भी शामिल हुई। जो बुर्का पहने हुए शोभा व कलश यात्रा पर फूल बरसाती हुई नजर आई। गांव के सद्दाम जोया के नेतृत्व में हुई इस पुष्प वर्षा में महिलाओं के साथ काफी संख्या में मुस्लिम पुरुष भी शामिल हुए। जिन्होंने  भी पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत किया। इस तस्वीर की हर किसी ने सराहना की। पुष्प वर्षा करने वाले मुस्लिम महिला- पुरुषों का कहना था कि यही हमारे देश की संस्कृति और ताकत है। जिसे कायम रखना जरूरी है।

 सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर, 
भागवत कथा की कलश यात्रा पर बुर्का पहने मुस्लिम महिलाओं की फूल बरसाने की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जिन पर देश की असली संस्कृति, सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल व हिंदू- मुस्लिम भाईचारा  जैसे कमेंट किए जा रहे हैं।

ठाकुर जी की निकाली शोभायात्रा
भागवत कथा सप्ताह के लिए निकाली गई इस कलश यात्रा में ठाकुरजी की शोभायात्रा भी निकाली गई। जिसमें काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। बुधगिरी मढ़ी के महंत संत दिनेशगिरी महाराज ने भी कथा में शिरकत की। जिनका भी यहां भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान महावीर प्रसाद ढाका, निर्मला ढाका, प्रधान प्रतिनिधि महिपाल नेहरा, मदन ढाका, ओमप्रकाश रोयल, अशोक, पार्षद छोटलाल पार्षद, राजकुमार ढाका, प्रवीण इन्दौरिया, सतीश इन्दौरिया सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। 

3 अक्टूबर तक चलेगा आयोजन
रसूलपुर में भागवत कथा का आयोजन 3 अक्टूबर तक होगा। जिसमें कथा वाचक संगीत के साथ कथा वाचन करेंगे। इस दौरान अलग अलग दिन भगवान की लीलाओं का मंचन होगा। आकर्षक झांकिया भी सजाई  जाएगी।