ज्ञानवापी मामले में अखिलेश यादव का अजीबोगरीब बयान, कहा- 'कहीं भी पत्थर रखकर लाल झंडा लगा दो, बन गया मंदिर'

पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने काशी के ज्ञानवापी प्रकरण पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए यह सब कर रही है। उन्होंने कहा अयोध्या से बेहतर और कौन जानता होगा कि एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गई थी। मंदिर तो कहीं भी बनाया जा सकता है।

/ Updated: May 19 2022, 11:51 AM IST

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अनुराग शुक्ला
अयोध्या:
पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने काशी के ज्ञानवापी प्रकरण पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए यह सब कर रही है। उन्होंने कहा अयोध्या से बेहतर और कौन जानता होगा कि एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गई थी। मंदिर तो कहीं भी बनाया जा सकता है। कहीं भी पत्थर रख दो, लाल झंडा लगा दो, पीपल के पेड़ के नीचे और बन गया मंदिर। उन्होंने कहा बीजेपी कुछ भी कर और करा सकती है। उन्होंने कहा ज्ञानवापी में सर्वे की जिम्मेदारी जिनकी थी उनसे पूछा जाना चाहिए की रिपोर्ट बाहर कैसे आ गई।

ज्ञानवापी प्रकरण 'स्मोक स्क्रीन 'है उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लगी है
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने काशी के ज्ञानवापी प्रकरण स्मोक स्क्रीन बताया। उन्होंने कहा जानबूझकर के ज्ञानवापी का मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है कि असली मुद्दों से जनता का ध्यान हट जाए। उन्होंने कहा यह सब काम अपने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। बीजेपी अंग्रेजों के बनाए गए डिवाइन रूल यानी समाज को बांटने और राज करने की नीति पर चल रही है। धर्म और जात के नाम पर बांटकर जनता का ध्यान हटाया जा रहा है।

बुलडोजर अयोध्या में 5 वर्षीय बच्ची के दुष्कर्म के आरोपियों के घर नहीं चला
अखिलेश यादव ने कहा  बुलडोजर केवल दल जाति और मुसलमान भाइयों को डराने के लिए है। अयोध्या में ही 5 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपियों के घर बुलडोजर नहीं चलाया गया । इसी तरह चंदौली से लेकर अन्य कई जिलों का उन्होंने उदाहरण दिया। उन्होंने कहा यूपी के थाने अराजकता और दलाली का अड्डा बन गए हैं। इस बात को स्वयं मुख्यमंत्री भी स्वीकारते  हुए इससे बचने की नसीहत अपने पार्टी नेताओं को दे चुके हैं।