केशव मौर्य के गृहनगर में जश्न का माहौल, सिराथू विधानसभा सीट से लड़ेंगे केशव चुनाव
सिराथू विधानसभा सीट 2012 में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहली बार बीजेपी से विधायक बने थे। सिराथू विधानसभा सीट पर हमेशा सपा और बसपा का कब्जा रहता था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। वहीं 2014 के उप चुनाव में यह सीट सपा के खाते में चली गई। 2017 में इस सीट से भाजपा विधायक शीतला प्रसाद ने जीत दर्ज की।
कौशांबी: गृह नगर की सिराथू सीट (Sirathu seat) से डिप्टी सीएम के चुनाव मैदान में आने की खबर लगते ही भाजपा नेता व्सि कार्यकर्त्ता जश्न में डूब गए है। परिवार ने खुशी जाहिर कर बेटे को आशीष दिया है। अब सिराथू विधानसभा सीट यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) चुनाव लड़ने का ऐलान होने के साथ हाट सीट हो गई है। सिराथू विधानसभा वैसे तो ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगर मना जाता है। बावजूद इसके चुनाव में उम्मीदवार के जीत का भविष्य दलित एवं पिछड़े वर्ग में मतदाता तय करते है।
इस सीट के जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां अनुसूचित जाति वर्ग के 45 फीसदी मतदाता सर्वाधिक हैं। दूसरे नंबर पर पिछड़े वर्ग के 24 फीसदी मतदाता हैं फिर इसके बाद सभी वर्क के मिश्रित 32 फीसदी मतदाता हैं। सिराथू सीट पर हार जीत का फैसला अनुसूचित वर्ग के मतदाताओं के हाथ में रहता है। सिराथू में मौजूदा समय में 3 लाख 65 हज़ार 153 कुल मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 95 हज़ार 660 और महिला मतदाता 1 लाख 69 हज़ार 492 हैं।
सिराथू विधानसभा सीट 2012 में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहली बार बीजेपी से विधायक बने थे। सिराथू विधानसभा सीट पर हमेशा सपा और बसपा का कब्जा रहता था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। वहीं 2014 के उप चुनाव में यह सीट सपा के खाते में चली गई। 2017 में इस सीट से भाजपा विधायक शीतला प्रसाद ने जीत दर्ज की।