वाराणसी पहुंचे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर, अधिकार सेना के विस्तार को लेकर लोगों से की बातचीत 

अमिताभ ठाकुर ने पुलिस की कार्रवाई पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा किया उन्होंने कहा कि एक नया फैशन आ गया है हाफ इनकाउंटर उन्होंने कहा कि जैसे अंडे में पहले फुल और हाफ फ्राई होता था उसी तरह फुल और हाफ इनकाउंटर भी होने लगा है।

/ Updated: Aug 10 2022, 04:47 PM IST

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वाराणसी: भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर अपने पार्टी अधिकार सेना के विस्तार के लिए काशी पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उसके उपरांत उन्होंने राजेंद्र विहार कॉलोनी लेन नंबर 5 के लक्ष्मी विला में मीडिया से बातचीत की, मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं अमिताभ ठाकुर  अधिकार सेना एक राजनीतिक दल का गठन किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में इस पार्टी के विस्तार के संबंध में पार्टी को लोगों से रूबरू कराने के संबंध में यह हमारा काशी में प्रथम आगमन था। बाबा विश्वनाथ की नगरी में मैंने जो पहला कार्यक्रम किया उसमें मालवीय जी के मूर्ति पर माल्यार्पण उसके उपरांत हमने अपने पार्टी से संबंधित लोगों से वार्तालाप की, साथी जिला कार्यकारिणी से भी बातचीत की गई एवं पार्टी के विस्तार के लिए निर्देश दिया और उनकी बातों को भी सुना।

अमिताभ ठाकुर ने कपसेठी थाने में हुई घटना के तत्वों को भी मीडिया के सामने रख और कहा कि मैं उस गांव में गया जहां एक दलित 14 साल के बच्चे को दबंगों ने उसको मार मार के उसकी हत्या कर दी। हत्या का कारण बताया गया है कि मात्र 4 किलो चावल और कुछ रुपए चुराने के आरोप में उसको मारा गया। उसकी हत्या हुई साथ ही उन्होंने प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस पूरे घटना पर प्रशासन की भूमिका नकारात्मक रही। उन्होंने कहा कि इस घटना पर समय पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि परिवार से बातचीत कर मैंने जो तथ्य जाना उसमें या पता चला कि उल्टे ही 151 के तहत उस पर भी चालान कर दिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम की जो रिपोर्ट आई है उस पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है शरीर पर चोट लगी थी लेकिन पोस्टमार्टम के रिपोर्ट में हेरफेर दिखाई दे रहा है। साथ ही परिवार को अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। जबकि एससी एसटी एक्ट में तुरंत मुआवजा देने का प्रावधान है।

अमिताभ ठाकुर ने काशी के ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमने सुना था कि काशी काफी बदल गया है लेकिन काशी में मैंने जो स्थिति देखी वह बद से बदतर हो गई है। कपसेठी से यहां आने में तमाम इलाके पड़े जैसे भुल्लनपुर और भी तमाम जगह पड़े हर जगह ट्रैफिक देखने को मिली। काशी में कोई भी ट्रैफिक की व्यवस्था नहीं दिखाई दी। वहीं उन्होंने श्रीकांत मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि श्रीकांत मामला हो या फिर कोई और मामला हो आप और हम सभी जानते हैं उन्होंने कहा कि कहा जाता है शासन की दोनों आंखें बराबर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनकी एक आंख निरंतर खुली रहती है और जब अपने लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात आती है तो उनकी दूसरी आंख बंद हो जाती है। उन्होंने बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बनारस में ही बड़े लोग हैं जिनके नाम सभी जानते हैं वह लोग आजाद घूम रहे हैं लोग आराम से जेल से बाहर आ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह लोग जिनके बड़े-बड़े नाम हुआ करते थे आज भी वह बड़े लोग हैं वह आजाद है और छोटे छोटे लोग आमजन एक नया फैशन हो गया है।