हरदोई: आधार कार्ड बनवाने से पहले जबरन बेचा जा रहा था BSNL सिम, सिटी मजिस्ट्रेट की छापेमारी में हुआ बड़ा खुलासा

हरदोई में आधार कार्ड बनवाले से  पहले जबरन बीएसएनएल का सिम बेचे जाने का मामला सामने आया। सिटी मजिस्ट्रेट ने शिकायत के बाद छापेमारी भी की है, जहां से भारी तादात में बीएसएनएल सिम भी बरामद हुए। 

/ Updated: Jul 21 2022, 02:16 PM IST

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यूपी के हरदोई में बीएसएनएल के कर्मचारियों की मिलीभगत से आधार कार्ड बनाने के नाम पर अनिवार्यता के साथ बीएसएनल का सिमकार्ड बेचे जाने का मामला सामने आया है। दरअसल बीएसएनल आफिस में आधार कार्ड बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों द्वारा आधार कार्ड बनाने से पहले सिमकार्ड खरीदने की अनिवार्यता के साथ प्रति व्यक्ति 250 रुपये वसूलने का काम किया जा रहा था। सिटी मजिस्ट्रेट ने दल बल के साथ जब छापेमारी की तो इस गोरखधंधे का खुलासा हुआ। छापेमारी के दौरान पुलिस को देख कर काम कर रहे तमाम कर्मचारी मौके से फरार हो गए। मौके से बड़ी तादाद में बीएसएनल के सिम बरामद किए गए हैं।इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट ने मुकदमा दर्ज कर कंपनी और कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
हरदोई जिले में भारत संचार निगम लिमिटेड के ऑफिस में इन दिनों आधार कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है। विगत दिनों लखनऊ की एक कंपनी को आधार कार्ड बनाने का काम दिया गया था,कंपनी के मालिक विशाल सेठी द्वारा आधार कार्ड बनाने का कार्य निजी कर्मचारियों द्वारा कराया जा रहा है। तमाम शिकायत मिलने के बाद आज सिटी मजिस्ट्रेट ने पुलिस के साथ छापा मारा तो सारी हकीकत खुलकर सामने आ गई।दरअसल आधार कार्ड बनाने के एवज में प्रत्येक व्यक्ति को आधार कार्ड बनाने से पहले ढाई सौ रुपए का बीएसएनएल का सिम कार्ड बेचा जा रहा था, यही नहीं एक परिवार में अगर 4 लोगों का आधार कार्ड बनना हो तो उसे 4 सिम कार्ड लेना अनिवार्य था। जबकि नियम के अनुसार नया आधार कार्ड फ्री में बनाया जाता है यदि किसी के आधार कार्ड का संशोधन किया जाना हो तो उसके लिए 50 रुपये फीस ली जाती है। लेकिन यहां पर आधार कार्ड बनवाने के लिए 250 में बीएसएनल का सिमकार्ड लोगों को मजबूरन लेना पड़ता था।

बीएसएनल के कर्मचारियों और आधार बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा रुपए वसूलने का यह गोरख धंधा चलाया जा रहा था।इस गोरखधंधे को सिटी मजिस्ट्रेट ने मौके पर पकड़ा हालांकि इस दौरान आधार कार्ड बना रहे तमाम कर्मचारी मौके से फरार हो गए।मौके पर मौजूद तमाम लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट से पूरे मामले की शिकायत की,जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने संबंधित कोतवाली शहर पुलिस को आधार कार्ड बनाने वाली कंपनी और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि आधार कार्ड बनाने वाली कंपनी के साथ बीएसएनएल के कुछ कर्मचारी भी इस वसूली और गोरखधंधे में शामिल हैं।यही वजह है कि बीएसएनएल के एक्टिवेटेड सिम आधार कार्ड बनवाने आने वाले लोगों को अनिवार्यता के साथ बेचे जा रहे थे,जिसकी शिकायत होने के बाद छापेमारी की गई।हालांकि अब देखने वाली बात यह होगी कि मिलीभगत में शामिल बीएसएनल के कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी।