Video: 7 साल की बच्ची के साथ हैवानियत...पहले रेप फिर हत्या फिर कलेजा और लिवर निकालकर खा गए दंपती

वीडियो डेस्क।  उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दीवाली की रात हुई  7 साल की बच्ची की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। अधिकारियों का कहना है कि इस दर्दनाक कांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि मासूम पड़ोसी था। जिसने अपने ही भतीजे से औलाद की चाह में मासूम बच्ची की बलि दिलवा दी। इस दिल दहला देने वाले केस में आरोपी की पत्नी ने भी पूरा साथ दिया।

/ Updated: Nov 17 2020, 03:37 PM IST
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वीडियो डेस्क।  उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दीवाली की रात हुई  7 साल की बच्ची की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। अधिकारियों का कहना है कि इस दर्दनाक कांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि मासूम पड़ोसी था। जिसने अपने ही भतीजे से औलाद की चाह में मासूम बच्ची की बलि दिलवा दी। इस दिल दहला देने वाले केस में आरोपी की पत्नी ने भी पूरा साथ दिया। 14 नंवबर की रात को  जिले के भदरस गांव में एक 7 साल की बच्ची का शव मिला था। जब मामले की जांच की गई तो सारी घटना की साजिश सामने आ गई। पुलिस ने इस कांड में एक दंपती समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पति-पत्नी ने  काले जादू व तंत्र-मंत्र के चक्कर आकर एक बच्ची की हत्या करवा दी। बता दें कि आरोपी दंपति ने इस काम को अंजाम देने के लिए अपने भतीजे को रुपए भी दिए थे। भतीजे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पहले बच्ची के साथ रेप किया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि दरिंदों ने इसके बाद मासूम का लिवर निकालकर चाचा-चाची को दे दिया। दंपति ने पहले लिवर का आधा हिस्सा कुत्ते को खिलाया और कुछ दोनों ने मिलकर खा लिया। इतना ही नहीं मामले की जांच रहे SP बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस घटना की साजिश पीड़ित परिवार के पड़ोस में रहने वाले परशुराम नाम के शख्स ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर रची थी। बता दें कि दोनों के शादी के 21 साल होने के बाद कोई संतान नहीं थी। दंपति ने किसी बाबा की बातों में लगकर तंत्र-मंत्र के चक्कर में पड़कर बच्ची की बलि देने की प्लानिंग बनाई। इसके लिए आरोपियों ने अपने दो भतीजों अंकुर और वीरेंद्र का इस्तेमाल किया। उन्होंने बच्ची का लिवर और कलेजा लाने को कहा था। पहले तो दोनों आरोपी पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन आखिरकार वह टूट गए और अपना गुनाह कबूल कर लिया। जहां उन्होंने बताया कि चाच-चाची ने इस काम के लिए पैसे दिए थे।