जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर संतों ने की बैठक, 16 अहम प्रस्तावों को बैठक में किया गया पारित 

काशी धर्म परिषद की ओर से शनिवार को बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में 16 अहम प्रस्तावों को पारित किया गया। लगातार सामने आ रही हिंसा की घटनाओं के बाद संतों ने यह बैठक की।

/ Updated: Jun 11 2022, 01:04 PM IST

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काशी धर्म परिषद के संतों ने शनिवार 11 जून को बैठक की। इस बैठक में देश में बढ़ती हिंसा और उपद्रव की घटनाओं को लेकर विचार विमर्श किया गया। काशी धर्म परिषद के संतों की बैठक सुबह 10 बजे, सुदामा कुटी, हरतीरथ, विश्वेश्वरगंज वाराणसी में आयोजित की गई। इस बैठक में जुमे की नमाज के बाद पत्थरबाजी एवं देश में बढ़ती हिंसा की घटनाओं को लेकर भी कई प्रस्ताव पारित किया गए। 

बैठक में कहा गया कि शुक्रवार (जुमे) के दिन हिंसा करने वाले मुस्लिम कट्टरपंथी नमाजियों की वजह से देश का माहौल खराब हो रहा है। इन पर प्रतिबन्ध लगाया जाए। जिस मस्जिद से पथराव हो रहा है उस पर पूर्णतः तालाबन्दी की जाए। ज्ञानवापी पर सच बोलने वाले राष्ट्रवादी मुसलमान अफसर बाबा को स्थायी सुरक्षा दी जाए। अफसर बाबा के हमलावरों को गिरफ्तार कर रासुका लगाया जाये। काशी धर्म परिषद अफसर बाबा के साथ है। नुपुर शर्मा को रेप की धमकी देने वाले जिहादी हैवानों पर रासुका लगाया जाए। इस्लामी कट्टरपंथियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। देश को इस्लामी आतंकियों से बचाने के लिये संतों को भी सड़क पर उतरना होगा। इस्लामी आतंकियों के हवाले हम देश को नहीं छोड़ सकते। देश को इस्लामी देश बनाने की साजिश का पर्दाफाश करना होगा। संतों, महात्माओं और नागा साधुओं की संयुक्त बैठक आयोजित की जायेगी जिसमें देश बचाने की रणनीति पर विचार किया जायेगा।

बैठक में कहा गया कि भगवान शिव, भगवान श्रीराम, माता जानकी, भगवान श्रीकृष्ण समेत हिन्दू देवी देवताओं पर अपमान जनक टिप्पणी करने, फिल्मों में मजाक बनाने वाले जिहादियों को तत्काल जेल भेजा जाए। हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न लें इस्लामी जिहादी। मुहल्ले स्तर पर जिहादियों की सूची बनायी जाए। शुक्रवार (जुमे) के दिन नफरत फैलाने वाली तकरीर देने वाले मौलानाओं को गिरफ्तार कर सम्पत्ति जब्त की जाए। हर मस्जिद में सीसीटीवी कैमरा लगे, तकरीर करने वाले मौलानाओं का भाषण रिकार्ड हो। उकसाने और भड़काने वाले बयान देने पर तत्काल रासुका लगायी जाए। भारत के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले इस्लामी देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म किये जाए। अपने देश की रक्षा के लिये संत समाज की शहर स्तर पर इकाई गठित की जायेगी जिसमें सभी पंथों के लोग शामिल होंगे। नमाजियों द्वारा रांची में हनुमान जी के मंदिर में तोड़ फोड़ और हमले की कठोर निन्दा की जाती है। झारखंड सरकार तत्काल नमाजियों और उनके आकाओं को जेल भेजे, अन्यथा देशभर में आन्दोलन के लिये तैयार रहे। इस्लामी जिहादी अपनी ताकत दिखाकर भारत में शरिया लागू करवाने का प्रयोग कर रहे हैं। ये भारत में तालिबानी शासन चाहते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय जाहिल जेहादियों पर अंकुश लगाये। भारत सरकार इन जिहादियों पर नियंत्रण के लिये कठोर कानून बनाए।