जिंदगी से रूठे दिव्यांग ने चाही मौत लेकिन बचाने के लिए पहुंच गए फरिश्ते

सुल्तानपुर में नदी में छलांग लगाने वाले दिव्यांग को पुलिस ने समझाया कि जिंदगी बहुत अनमोल है। वह व्यक्ति अपने किए पर पछतावा जता रहा था। पुलिस के इस कृत्य से आसपास के लोगों ने वर्दीधारियों की सराहना की है।

/ Updated: Aug 30 2022, 05:59 PM IST
Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में यूपी का सराहनीय चेहरा उजागर करने वाली खबर सामने आई है। यहां जिंदगी से तंग आए एक दिव्यांग युवक ने रात के समय नहर में छलांग लगा दिया। इस खबर के मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और युवक की जान बचाया। अब लोग पुलिस की जमकर सराहना कर रहे हैं। 
मामला धंमौर थाना क्षेत्र स्थित महेश्वरगंज नहर के पुल का है। जहां पुलिस रोज की भांति गस्ती अभियान चलाती आ रही थी। यही पर संग्रामपुर थाना क्षेत्र के भैरोपुर गांव निवासी रामसमुझ धम्मौर स्थित जनकपुर गांव में अपनी ससुराल आया हुआ था। किसी बात को लेकर वह निराश हो गया। इसके बाद ससुराल से निकलकर वह आत्महत्या का ठिकाना ढूंढते हुए महेश्वरगंज पुलिया के पास पहुंच गया। वह अपने ट्राई साइकिल को हाथ से चलाता हुआ पुलिया के पास पहुंचा था। फिर ट्राई साइकिल को किनारे खड़ी करके वह नहर में कूद गया। 
उधर पुलिस की गाड़ी इधर से निकल रही थी। छपाक की आवाज आने पर थानाध्यक्ष गौरीशंकर पाल की निगाह पड़ गई। वह ट्राई साइकिल की ओर दौड़े और टॉर्च मारकर जब बहते हुए नहर में देखा तो एक युवक डूबता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने स्थानीय लोगों के प्रयास से उक्त युवक को नहर में कूदकर बचाया।