बाराबंकी जेल में दिखी एकता की अनोखी मिसाल, मुस्लिम कैदियों के साथ हिंदुओं ने भी रखा रोजा

बाराबंकी जिला कारागार में मुस्लिम बंदियों के साथ एक दर्जन से ज्यादा हिंदू बंदी भी रमजान माह में रोजा रख रहे हैं। जेल प्रशासन की ओर से इन रोजेदारों को बकायदा इफ्तार भी कराया जाता है। मुस्लिम बंदियों के साथ हिंदू बंदी रोजा रखकर कौमी एकता की अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं। 

/ Updated: Apr 19 2022, 04:51 PM IST
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बाराबंकी: एक ओर मुस्लिम धर्मस्‍थल पर लाउडस्पीकर से अजान को लेकर बहस का दौर जारी है तो दूसरी तरफ हनुमान जन्मोत्सव के दौरान शोभा यात्रा पर पथराव होने से माहौल गर्म है। वहीं इस बीच लखनऊ से सटे जिले बाराबंकी में हिंदू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देखने को मिल रही है। बाराबंकी जिला कारागार में मुस्लिम बंदियों के साथ एक दर्जन से ज्यादा हिंदू बंदी भी रमजान माह में रोजा रख रहे हैं। जेल प्रशासन की ओर से इन रोजेदारों को बकायदा इफ्तार भी कराया जाता है। मुस्लिम बंदियों के साथ हिंदू बंदी रोजा रखकर कौमी एकता की अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं। 

कब से हुई थी शुरुआत
बता दें कि कुछ सालों पहले जिला कारागार बाराबंकी में बंद करीब दो सौ हिंदू बंदियों ने मुस्लिम बंदियों के साथ रोजा रखकर एक नई शुरूआत की थी। तब से हिंदू बंदी जेल में रोजा रखकर हिंदू-मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल कायम कर रहे हैं। बाराबंकी जिला कारागार में इस समय करीब 1400 कैदी हैं। जिनमें से इस बार रमजान के पवित्र माह में कुल 250 बंदी रोजा रख रहे हैं। इनमे से कई हिंदू बंदी ऐसे हैं जो रोज रोजा रख रहे हैं।