दुर्गा स्वरूपा मां गंगा की हुई सफाई, राम की गंगा को मैला न करने की अपील
दशाश्वमेध घाट पर गंगा के तल से ढेरों प्रदूषित कर रही सामग्रियों को बाहर निकाल कर राम की गंगा को मैला न करने की अपील की। नागरिकों द्वारा विसर्जित पूजन सामग्री, चुनरी, कपड़े, मूर्तियां तस्वीर आदि को साफ कर गंदगी न करने का आह्वान किया। सदस्यों ने गंगाजल में खड़े होकर दुर्गा स्वरूपा गंगा की आरती उतारकर समस्त जनमानस के लिए मंगलकामनाएं कीं । कपड़े का झोला लेकर दुर्गा स्वरूपा कन्याओं ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह किया।
वाराणसी: नवरात्र की अष्टमी पर नमामि गंगे ने दुर्गा स्वरूपा गंगा की तलहटी साफ कर स्वच्छता का संदेश दिया । दशाश्वमेध घाट पर गंगा के तल से ढेरों प्रदूषित कर रही सामग्रियों को बाहर निकाल कर राम की गंगा को मैला न करने की अपील की। नागरिकों द्वारा विसर्जित पूजन सामग्री, चुनरी, कपड़े, मूर्तियां तस्वीर आदि को साफ कर गंदगी न करने का आह्वान किया। सदस्यों ने गंगाजल में खड़े होकर दुर्गा स्वरूपा गंगा की आरती उतारकर समस्त जनमानस के लिए मंगलकामनाएं कीं । कपड़े का झोला लेकर दुर्गा स्वरूपा कन्याओं ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह किया। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा केवल नदी न होकर आस्था एवं श्रद्धा की शाश्वत संजीवनी हैं। समूचा भारत मां गंगा की कृपा पर पूरी तरह से निर्भर है । हमारे बीच गंगा आज अद्भुत जीवनदायिनी शक्ति की तरह विद्यमान है। यही कारण है कि हम अनेक उत्सवों, पर्वों, संस्कारों के अवसरों पर गंगा का पूजन करते हैं और कामना करते हैं कि मां गंगा धन-धान्य से सम्पन्न बनाएं, जीवन मंगलमय करें। कहा की राम नवमी के अवसर पर हम संकल्प लें कि राम की गंगा को मैला होने से बचाएंगे ।