देश के अलग-अलग अखाड़ों के महामंडलेश्वरों की हुई बैठक, कहा- ज्ञानवापी परिसर में नमाज पर लगे प्रतिबंध

वाराणसी में अलग-अलग अखाड़ों के महामंडलेश्वरों की एक बैठक हुई। इस दौरान सहमति बनी कि ज्ञानवापी परिसर में नमाज पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसी के साथ कई अन्य मुद्दों पर भी वहां बातचीत हुई। 

/ Updated: Aug 14 2022, 04:53 PM IST

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काशी के ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने की पुष्टि हो चुकी है। इसलिए अब वहां नमाज पर प्रतिबंध लगना चाहिए। यह संदेश न्यायालय और सरकार के सामने स्पष्ट रूप से जाना चाहिए। हिंदू समाज के सभी संगठन एक धारा में चलें। हिंदुओं के लिए युग अनुकूल आचार संहिता तैयार की जाए। यह बातें आज वाराणसी में अखिल भारतीय संत समिति के आह्वान पर आए देश के अलग-अलग अखाड़ों के महामंडलेश्वरों ने कही है।

संत समाज ने कहा कि "संतों के मुखर होने से ही हिंदू समाज की समस्याओं का समाधान होगा। जिन राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, वहां साल में एक बार वरिष्ठ संतों की बैठक जरूर होनी चाहिए। ताकि, कोई भी हिन्दू अकेलापन न महसूस करे। देश का संत समाज उनके साथ है।" अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती के सिद्धगिरि बाग स्थित ब्रह्म निवास आश्रम पर संतों और विद्वानों की चर्चा चल रही है। इस बैठक में श्रीकाशी विद्वत परिषद के विद्वान भी शामिल हैं। चर्चा शुरू करने से पहले संतों ने तिरंगा यात्रा निकाल कर देश की एकता और अखंडता के लिए सभी से जी-जान से जुटने का आह्वान किया है। संतों ने कहा कि "यह हम सभी का सौभाग्य है कि हम देश की आजादी के 75वें वर्ष के साक्षी बन रहे हैं।"