पहले तोड़ा शिव धनुष फिर हुई वरमाला की रस्म... कलियुग में रचाया गया स्वयंवर

वीडियो डेस्क।  भगवान राम और सीता के स्वयंवर की कहानी तो आपने सुनी ही होगी। जहां राजा जनक की शर्त थी जो शिव धनुष को तोड़ेगा देवी सीता का विवाह उसी के साथ किया जाएगा। बड़े बड़े योद्धाओं के द्वारा जब धनुष नहीं तोड़ा गया तो भगवान राम ने सहज भाव से ही धनुष को बीच में दो टुकड़ों में बांट दिया। 

/ Updated: Jun 27 2021, 07:04 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वीडियो डेस्क।  भगवान राम और सीता के स्वयंवर की कहानी तो आपने सुनी ही होगी। जहां राजा जनक की शर्त थी जो शिव धनुष को तोड़ेगा देवी सीता का विवाह उसी के साथ किया जाएगा। बड़े बड़े योद्धाओं के द्वारा जब धनुष नहीं तोड़ा गया तो भगवान राम ने सहज भाव से ही धनुष को बीच में दो टुकड़ों में बांट दिया। ये सतयुग की बात थी। तब माता सीता का विवाह प्रभु श्रीराम से हुआ। एक ऐसा है वाक्या कलियुग में भी देखा गया। जहां बिहार के सारण में दूल्हे ने धनुष तोड़ने की परंपरा निभाई और फिर वरमाला की रस्म हुई। सारण जिले के सोनपुर प्रखंड के अंतर्गत सबलपुर पूर्वी में एक शादी समारोह में कलियुग में दूल्हे ने शिव धनुष तोड़ा जिसके बाद कन्या ने वरमाला पहनाई। इस कोरोना काल में रची गयी स्वयंवर  में  लड़का धनुष को तोड़ कर लड़की के गले मे  जैसे ही वर माला डाला वैसे ही फूलों की बरसात होने लगी। धूमधाम से शादी हुई। इस स्वयंवर का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। स्वयंवर में सारण जिले के अहमदपुर के अर्जुन कुमार के साथ सबलपुर पूर्वी पंचायत के मुंशी राय के पुत्री प्रियंका कुमारी की शादी की गयी।