CAA के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों से बिगड़ा देश का माहौल, पैसा निकाल रही विदेशी कंपनियां

एशिया एक्स जापान के निवेश प्रबंधन के प्रमुख डेसमंड सून के अनुसार, लेग मेसन इंक का एक सहयोगी जिसने $ 453 बिलियन का निवेश किया है, अपने कुछ फंड को मलेशिया और चीन में लंबी अवधि के कर्ज के रूप में बदल रहा है।

/ Updated: Jan 17 2020, 12:41 AM IST

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वेस्टर्न एसेट मैनेजमेंट कंपनी नए नागरिकता कानून और कश्मीर क्षेत्र में आर्थिक दृष्टिकोण को लेकर तनाव के कारण भारत सरकार के बॉन्ड होल्डिंग्स को कम कर रही है।

एशिया एक्स जापान के निवेश प्रबंधन के प्रमुख डेसमंड सून के अनुसार, लेग मेसन इंक का एक सहयोगी जिसने $ 453 बिलियन का निवेश किया है, अपने कुछ फंड को मलेशिया और चीन में लंबी अवधि के कर्ज के रूप में बदल रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले साल के फिर चुनाव में जीत हासिल करने से  शुरुआती दौर में बाजार में उत्साह दिखा, लेकिन आर्थिक वृद्धि दर के कमजोर होने और मुस्लिम प्रवासियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर स्थिति अच्छी नहीं रह गई है।  भारतीय संप्रभु ऋण की विदेशी हिस्सेदारी तीन महीने के निचले स्तर के करीब पहुंच गई है।

विकास दर बढ़ाने के लिए पिछले साल ब्याज दर में पांच कटौतियों के बावजूद 10 साल के भारत बॉन्ड पर प्राप्ति एशिया में सबसे अधिक 6.62 % पर बनी हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक की बॉन्ड खरीद से बाजार में आई हालिया तेजी से महंगाई दर  पांच साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। एक दशक से भी अधिक समय में अर्थव्यवस्था सबसे धीमी गति से बढ़ रही है।