हरियाणा में भ्रूण हत्या पर लगाम, लिंगानुपात में 52 अंकों का सुधार
राज्य सरकार के सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा ने पिछले पांच वर्षों में जन्म के समय लिंगानुपात में 52 अंकों की वृद्धि दर्ज की है।
राज्य सरकार के सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा ने पिछले पांच वर्षों में जन्म के समय लिंगानुपात में 52 अंकों की वृद्धि दर्ज की है। आंकड़ों के अनुसार, राज्य का लिंगानुपात 2014 के प्रत्येक 1,000 लड़कों पर 871 लड़कियों से बढ़कर 2019 में 923 लड़कियों तक पहुंच गया है।
2019 में कुल 5,18,725 शिशुओं के जन्म पंजीकृत किए गए, जिनमें 2,48,950 लड़कियां और 2,69,775 लड़के थे। पंचकुला और अंबाला जिलों में क्रमशः 963 और 959 लिंगानुपात दर्ज किए गए हैं, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार आदर्श लिंग अनुपात 950 से बेहतर है।
महेंद्रगढ़ जिले में लिंगानुपात में 172 अंको का सुधार हुआ है। राज्य में यहां जन्म के समय सबसे कम लिंगानुपात दर्ज किया जाता था। महेंद्रगढ़ जिले में 2014 में 745 की तुलना में 2019 में लिंगानुपात 917 दर्ज किया गया।
बता दें कि 5 वर्षों में कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में 730 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं। इसमें यूपी, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड में दर्ज 185 एफआईआर शामिल है। इसके साथ करीब 2,000 लोगों को कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया।