India@75: भारत की वे वीर माताएं जिन्होंने अंग्रेजों को दिखाई थी उनकी औकात, लहराया था तिरंगा
आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी ने महिलाओं को शामिल किया था उनका कहना था कि महिलाओं ज्यादा धैर्य और सहनशीलता होती है। देशभर से बड़े पैमाने पर महिलाएं आजादी की लड़ाई में शामिल हुईं। जानिए उन वीर, साहसी महिलाओं की कहानी।
आजादी के अमृत महोत्सवम में आज बात उन गृहिणियों की जिन्होंने इस लड़ाई में अपने परिवारों को खो दिया। जो खुद भी देश के लिए शहीद हो गईं। इतिहास के पन्ने महान नेताओं के संघर्षों और बलिदान से भरे हुए हैं। लेकिन आज बात उन वीर ग्रहिणी माताओं की जिन्होंने ने सिर्फ महापुरुषों को जन्म ही नहीं दिया बल्कि देश की आदाजी के लिए संघर्ष भी किया। ऐसी ही एक वीर ग्रहिणी थीं असम के बेहरामपुर की भोगेश्वरी फुकानानी। जो 8 बच्चों की मां थीं। आजादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी के नारा करो या मरो के उस संघर्ष में 3 महिलाएं शहीद हुईं। आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी ने महिलाओं को शामिल किया था उनका कहना था कि महिलाओं ज्यादा धैर्य और सहनशीलता होती है। देशभर से बड़े पैमाने पर महिलाएं आजादी की लड़ाई में शामिल हुईं। जानिए उन वीर, साहसी महिलाओं की कहानी।