India@75: कहानी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक वंचिनाथ अय्यर की

भारत आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है। 75 वीं वर्षगांठ के इस अवसर पर आज बात भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में लड़ाई लड़ने वाले वंचिनाथ अय्यर की। जो अंग्रजों के लिए किसी बुरे सपने से काम नहीं थे। जिन्होंने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया 

/ Updated: Jul 12 2022, 08:27 PM IST
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भारत आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है। 75 वीं वर्षगांठ के इस अवसर पर आज बात भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में लड़ाई लड़ने वाले वंचिनाथ अय्यर की। जो अंग्रजों के लिए किसी बुरे सपने से काम नहीं थे। जिन्होंने ट्रेन के डिब्बे में घुसकर अंग्रेजों को गोली मारी थी। आइये जानते हैं वंचिनाथ अय्यर के बारे में। 1905 के बंगाल विभाजन ने अनुशीलन समिति और जुगंतर के तहत क्रांतिकारी राष्ट्रवादियों द्वारा विस्फोट किया था। बंगाल से बहुत दूर दक्षिण में तमिल युवाओं का एक समूह भी बंगाली क्रांतिकारियों से प्रेरित था। वे उग्र राष्ट्रवादी तिकड़ी-लाल, बाल, पाल के भी प्रशंसक थे। उनमें से प्रमुख थे सुब्रह्मण्यम भारती, सुब्रमण्यम शिव, वीओ चिदंबरम पिल्लई, वंचिनाथन के गुरु नीलकंद ब्रह्मचारी, वीवीएस अय्यर, एमपीटी आचार्य आदि। बंगाल के क्रांतिकारियों की तरह इन तमिल फायरब्रांडों के एक वर्ग ने बाद में मार्क्सवाद को अपना लिया। जबकि दूसरा गुट हिंदू धार्मिक पथ पर चला गया।