पहली बार जेल से केदियों ने परिवार से वीडियो कॉल पर की बात, बेटे का चेहरा देखते ही फूट-फूटकर रोने लगी मां

 मध्यप्रदेश की जेलों के जेलों में पहली बार बंदियों के लिए वीडियो कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसकी शुरूआत करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने फोन से एक बंदी की मां से उनकी बात कराई। बेटा का चेहरा और आवाज सुनते ही मां रोने लगी। बार-बार बेटे से पूछ रही थी कैसे हो। बेटा भी मां को दिलासा दिलाते हुए कह रहा था- सब ठीक है। इसी तरह अन्य बंदियों के परिजनों ने भी अपने परिजनों से फेस-टू-फेस बात की। गृहमंत्री ने इसे जेलों से ई-मुलाकात का नाम दिया है।

/ Updated: Jul 31 2020, 07:00 PM IST
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वीडियो डेस्क। मध्यप्रदेश की जेलों के जेलों में पहली बार बंदियों के लिए वीडियो कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसकी शुरूआत करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने फोन से एक बंदी की मां से उनकी बात कराई। बेटा का चेहरा और आवाज सुनते ही मां रोने लगी। बार-बार बेटे से पूछ रही थी कैसे हो। बेटा भी मां को दिलासा दिलाते हुए कह रहा था- सब ठीक है। इसी तरह अन्य बंदियों के परिजनों ने भी अपने परिजनों से फेस-टू-फेस बात की। गृहमंत्री ने इसे जेलों से ई-मुलाकात का नाम दिया है।


परिजनों को बात करने के लिए देना होगा आवेदन 
जेलों में बंदियों की जानकारी को भारत सरकार के एनआईसी के ई-प्रिंट सॉफ्टवेयर के माध्यम से कंप्यूटर में अपलोड किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर में ई-मुलाकात व्यवस्था का प्रावधान है। इस ई-मुलाकात व्यवस्था के अंतर्गत बंदियों के परिजन www.e-prisons.nic.in वेबसाइट के माध्यम से बंदियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुलाकात करने के लिए आवेदन दे सकते हैं। उनके ई-मुलाकात के आवेदन जेल अधीक्षक द्वारा स्वीकृत होने पर बंदी के परिजन अपने घर से ही एक स्मार्ट फोन/ डेस्कटॉप/ टेब के माध्यम से अथवा किसी mponline सेंटर से, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बंदी से ई-मुलाकात कर उनका वीडियो देख सकेंगे एवं उनसे बात कर सकेंगे।